Haryana Weather Update: हरियाणा में कड़ाके की ठंड की दस्तक, जानें किन जिलों में बारिश का अलर्ट और कैसा रहेगा मौसम
Haryana Weather Update: हरियाणा में गिरते पारे ने बढ़ाई ठिठुरन, मौसम विभाग ने जारी किया बारिश का अलर्ट। जानें हिसार, करनाल समेत अन्य जिलों में आने वाले दिनों में कैसा रहेगा मौसम और किसानों के लिए क्या है सलाह।
Haryana Weather Update: हरियाणा में कड़ाके की ठंड की दस्तक, जानें किन जिलों में बारिश का अलर्ट और कैसा रहेगा मौसम
By: नीरज अहलावत | Date: 25 नवंबर 2025 | Category: राज्य / मौसम
संपादकीय नोट: हरियाणा में मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) की सक्रियता के चलते ठंड बढ़ने और बारिश की संभावना ने लोगों को सतर्क कर दिया है। एक वरिष्ठ पत्रकार की नजर से यहां पढ़ें मौसम का पूरा विश्लेषण।
हरियाणा में बदला मौसम का मिजाज: ठंड के साथ बारिश की चेतावनी
हरियाणा में गुलाबी ठंड अब कड़ाके की सर्दी में बदलने लगी है। पिछले 24 घंटों में राज्य के अधिकांश जिलों में न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे सुबह और शाम की ठिठुरन बढ़ गई है। मौसम विभाग (IMD) ने ताजा अनुमान जारी करते हुए बताया है कि आने वाले दिनों में न केवल ठंड का प्रकोप बढ़ेगा, बल्कि कुछ इलाकों में बारिश होने की भी प्रबल संभावना है।
यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के सक्रिय होने के कारण हो रहा है। मौसम में आए इस अचानक बदलाव का सीधा असर आम जनजीवन और खेती-किसानी पर पड़ने वाला है। अगर आप भी घर से बाहर निकलने का प्लान बना रहे हैं, तो मौसम का यह अपडेट आपके लिए बेहद जरूरी है।
1. मौसम विभाग का अलर्ट: कहां और कब होगी बारिश?
चंडीगढ़ स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिसका असर हरियाणा के मैदानी इलाकों में देखने को मिलेगा।
- बादल छाए रहेंगे: राज्य के कई हिस्सों में आसमान में बादल छाए रहने की उम्मीद है, जिससे दिन के तापमान (Maximum Temperature) में गिरावट आ सकती है।
- बारिश की संभावना: मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, हरियाणा के उत्तरी और पश्चिमी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
- हवाओं का रुख: ठंडी हवाओं के चलने से रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यह बारिश प्रदूषण और स्मॉग (Smog) की चादर को हटाने में मददगार साबित हो सकती है, जिससे लोगों को जहरीली हवा से थोड़ी राहत मिलेगी।
2. गिरता पारा: हिसार और नारनौल में सबसे ठंडी रातें
नवंबर का आखिरी सप्ताह शुरू होते ही तापमान में भारी गिरावट देखी जा रही है। हरियाणा के पारंपरिक रूप से ठंडे रहने वाले इलाके, जैसे हिसार, नारनौल, भिवानी और सिरसा, में रात का तापमान सामान्य से नीचे जा रहा है।
- न्यूनतम तापमान: राज्य के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंचने लगा है।
- दिन का तापमान: धूप में अब वह तीखापन नहीं रहा, और अधिकतम तापमान भी 25-27 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है।
विशेषज्ञों का मानना है कि बारिश के बाद जब आसमान साफ होगा, तो बर्फीली हवाएं (Icy Winds) चलेंगी, जिससे दिसंबर की शुरुआत में ही 'कोल्ड डे' (Cold Day) जैसी स्थिति बन सकती है।
3. किसानों के लिए क्या है सलाह? (Rabi Crops Impact)
हरियाणा एक कृषि प्रधान राज्य है, इसलिए मौसम का हर बदलाव यहां के किसानों (Farmers) के लिए महत्वपूर्ण होता है। मौजूदा मौसम रबी की फसलों, विशेषकर गेहूं (Wheat) और सरसों (Mustard) के लिए मिला-जुला असर लेकर आया है।
- गेहूं की बुवाई: ठंड का बढ़ना गेहूं की फसल के लिए अमृत समान माना जाता है। तापमान गिरने से फसल की जड़ें मजबूत होती हैं और टिलरिंग (Tillering) अच्छी होती है।
- बारिश का असर: यदि हल्की बारिश होती है, तो यह फसलों के लिए 'प्राकृतिक यूरिया' का काम करेगी और किसानों का सिंचाई का खर्च बचाएगी।
- सावधानी: कृषि वैज्ञानिकों ने सलाह दी है कि अगर बारिश की संभावना है, तो किसान अभी सिंचाई रोक दें और कीटनाशकों का छिड़काव मौसम साफ होने के बाद ही करें।
4. स्मॉग और प्रदूषण से मिलेगी राहत?
पिछले कुछ हफ्तों से हरियाणा के कई जिले, विशेषकर NCR से सटे इलाके (गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत), गंभीर प्रदूषण और स्मॉग की चपेट में थे। हवा की गुणवत्ता (AQI) 'बेहद खराब' श्रेणी में बनी हुई थी।
मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि अगर बारिश होती है, तो हवा में मौजूद धूल के कण (Particulate Matter) नीचे बैठ जाएंगे। इससे विजिबिलिटी (दृश्यता) में सुधार होगा, जिससे सुबह के समय सड़क यातायात और रेल यातायात को सुगमता मिलेगी। साथ ही, अस्थमा और सांस के मरीजों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
5. Expert Analysis: आगे कैसा रहेगा सर्दी का सितम?
मौसम विशेषज्ञों के विश्लेषण के अनुसार, इस बार अल नीनो (El Niño) और ला नीना (La Niña) के प्रभावों के चलते मौसम में अस्थिरता देखी जा रही है।
"दिसंबर और जनवरी में हरियाणा में कड़ाके की ठंड पड़ने के आसार हैं। आने वाले दिनों में कोहरा (Fog) भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगा। पश्चिमी विक्षोभों की आवृत्ति बढ़ने से बीच-बीच में मावठ (सर्दियों की बारिश) होने की भी संभावना बनी रहेगी।" — वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक
6. स्वास्थ्य एडवाइजरी: बदलते मौसम में अपनाएं ये सावधानियां
मौसम में हो रहे इस बदलाव का सबसे ज्यादा असर बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर पड़ सकता है। डॉक्टरों ने इस समय विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है:
- गर्म कपड़े पहनें: सुबह और शाम के समय घर से बाहर निकलते समय सिर और कान ढककर रखें।
- गुनगुना पानी: गले में खराश या जुकाम से बचने के लिए गुनगुने पानी का सेवन करें।
- इम्यूनिटी: खानपान में विटामिन सी, गुड़ और खजूर जैसी गर्म तासीर वाली चीजों को शामिल करें।
- वाहन चलाते समय: कोहरे और धुंध की स्थिति में फॉग लाइट्स का इस्तेमाल करें और गति धीमी रखें।
निष्कर्ष (Conclusion)
कुल मिलाकर, हरियाणा में अब सर्दी ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। आने वाले 24 से 48 घंटे मौसम के लिहाज से बेहद अहम हैं। जहां एक तरफ बारिश से प्रदूषण में राहत और फसलों को फायदा होने की उम्मीद है, वहीं दूसरी तरफ तापमान में गिरावट से ठंड का प्रकोप भी बढ़ेगा।
आगे क्या? मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए किसानों को सिंचाई प्रबंधन पर ध्यान देना चाहिए और आम जनता को अपनी दिनचर्या में गर्म कपड़ों को शामिल कर लेना चाहिए। हम आपको मौसम के हर पल-पल के अपडेट से अवगत कराते रहेंगे।