Ganga Expressway: दिल्ली से प्रयागराज अब सिर्फ 6 घंटे में, महाकुंभ 2025 से पहले मिलेगा ये बड़ा तोहफा

महाकुंभ 2025 से पहले दिल्ली से प्रयागराज का सफर बेहद आसान होने वाला है। गंगा एक्सप्रेसवे के खुलने से यात्रा का समय आधा रह जाएगा। जानें रूट, निर्माण स्टेटस और पूरी जानकारी हिंदी में।

Ganga Expressway: दिल्ली से प्रयागराज अब सिर्फ 6 घंटे में, महाकुंभ 2025 से पहले मिलेगा ये बड़ा तोहफा
Ganga Expressway

By: नीरज अहलावत | Date: 1 दिसंबर 2025 11:00 PM (IST)

उत्तर प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में एक और बड़ी क्रांति होने जा रही है। अगर आप दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में रहते हैं और प्रयागराज (Prayagraj) जाने का प्लान बना रहे हैं, तो आपके लिए बहुत अच्छी खबर है। अगले साल यानी 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ से पहले दिल्ली से संगम नगरी तक का सफर बेहद आसान और तेज होने वाला है।

मौजूदा समय में दिल्ली से प्रयागराज जाने में सड़क मार्ग से करीब 10 से 12 घंटे का समय लगता है। लेकिन, गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) के शुरू होने के बाद यह दूरी सिमटकर महज 6 से 7 घंटे रह जाने की उम्मीद है। यह प्रोजेक्ट न केवल समय बचाएगा, बल्कि ड्राइविंग अनुभव को भी पूरी तरह बदल देगा।

दिल्ली से प्रयागराज एक्सप्रेसवे रूट और गाड़ी चलाते लोग

1. क्या है 'दो एक्सप्रेसवे' का पूरा प्लान?

दिल्ली से प्रयागराज के सफर को आसान बनाने में मुख्य रूप से दो बड़े एक्सप्रेसवे की भूमिका होगी। वर्तमान में दिल्ली से आगरा तक यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) पहले से ही चालू है। इसके बाद आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे आता है।

अब उत्तर प्रदेश सरकार का फोकस गंगा एक्सप्रेसवे को जल्द से जल्द पूरा करने पर है। यह एक्सप्रेसवे मेरठ से शुरू होकर सीधे प्रयागराज तक जाएगा। दिल्ली के यात्री दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के जरिए मेरठ पहुंचकर सीधे गंगा एक्सप्रेसवे पकड़ सकेंगे, जिससे वे बिना किसी ट्रैफिक जाम के फर्राटेदार रफ्तार से प्रयागराज पहुंचेंगे।

2. गंगा एक्सप्रेसवे: यूपी का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे

गंगा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है। इसकी कुल लंबाई 594 किलोमीटर है। यह मेरठ के बिजौली गांव से शुरू होकर प्रयागराज के जदापुर दांडू गांव तक जाएगा।

इस प्रोजेक्ट की कुछ खास बातें:

  • लेन की संख्या: यह 6 लेन का एक्सप्रेसवे है, जिसे भविष्य में 8 लेन तक बढ़ाया जा सकता है।
  • रफ्तार: इस पर वाहनों की अधिकतम गति सीमा 120 किमी/घंटा निर्धारित की जा सकती है।
  • कनेक्टिविटी: यह यूपी के 12 प्रमुख जिलों (मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज) को जोड़ेगा।
गंगा एक्सप्रेसवे निर्माण कार्य और मशीनरी

3. महाकुंभ 2025: डेडलाइन और तैयारी

प्रयागराज में जनवरी 2025 में महाकुंभ (Mahakumbh 2025) का आयोजन होना है, जिसमें करोड़ों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। उत्तर प्रदेश सरकार और यूपीडा (UPEIDA) ने लक्ष्य रखा है कि महाकुंभ की शुरुआत से पहले गंगा एक्सप्रेसवे को आम जनता के लिए खोल दिया जाए।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। सरकार का प्रयास है कि कम से कम मुख्य कैरिजवे (Main Carriageway) को दिसंबर 2024 के अंत तक चालू कर दिया जाए, ताकि श्रद्धालुओं को आवागमन में कोई परेशानी न हो।

4. समय और दूरी की बचत: एक तुलना

नीचे दी गई टेबल से आप समझ सकते हैं कि इस नए रूट से आम यात्री को कितना फायदा होने वाला है:

रूट का माध्यम अनुमानित समय (मौजूदा) गंगा एक्सप्रेसवे के बाद (अनुमानित)
दिल्ली से प्रयागराज (वाया NH-19) 10 - 12 घंटे 6 - 7 घंटे
मेरठ से प्रयागराज 9 - 10 घंटे 5 - 6 घंटे

5. उद्योग और रोजगार पर असर

सिर्फ यात्रा ही नहीं, यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था के लिए भी गेम-चेंजर साबित होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि एक्सप्रेसवे के किनारे नए इंडस्ट्रियल क्लस्टर विकसित होंगे।

  • किसानों को अपनी उपज मंडियों तक पहुंचाने में आसानी होगी।
  • वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में तेजी आएगी।
  • धार्मिक पर्यटन (Religious Tourism) को सबसे बड़ा बूस्ट मिलेगा, क्योंकि वाराणसी, अयोध्या और प्रयागराज का सर्किट और मजबूत होगा।
प्रयागराज महाकुंभ 2025 की तैयारी और संगम तट

6. निष्कर्ष: यात्रियों के लिए बड़ी राहत

दिल्ली-एनसीआर से पूर्वी उत्तर प्रदेश की यात्रा अक्सर लंबी और थका देने वाली होती थी। गंगा एक्सप्रेसवे के शुरू होने से यह धारणा पूरी तरह बदल जाएगी। यह न केवल समय बचाएगा बल्कि ईंधन की खपत और प्रदूषण को कम करने में भी मदद करेगा। अब सबकी नजरें दिसंबर 2024 की डेडलाइन पर टिकी हैं, जब इस एक्सप्रेसवे पर गाड़ियां दौड़नी शुरू होंगी।


FAQ: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

प्रश्न 1: गंगा एक्सप्रेसवे कब शुरू होगा?

सरकार का लक्ष्य इसे महाकुंभ 2025 से पहले, यानी दिसंबर 2024 के अंत तक चालू करने का है ताकि श्रद्धालुओं को इसका लाभ मिल सके।

प्रश्न 2: दिल्ली से प्रयागराज जाने में अब कितना समय लगेगा?

गंगा एक्सप्रेसवे के पूरी तरह चालू होने के बाद दिल्ली से प्रयागराज का सफर लगभग 6 से 7 घंटे में पूरा होने की उम्मीद है।

प्रश्न 3: गंगा एक्सप्रेसवे किन-किन जिलों से होकर गुजरेगा?

यह मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज समेत 12 जिलों से होकर गुजरेगा।


Sources

  • UPEIDA Official Website — Project Status and details
  • Zee News Hindi — Report on Delhi-Prayagraj connectivity
  • NHAI Reports — National Highway connectivity data
नीरज अहलावत | संस्थापक एवं मुख्य संपादक — Dainik Reality News Dainik Reality News में हम खबरों को केवल प्रकाशित नहीं करते, समझते हैं, विश्लेषित करते हैं, और तथ्यों की पुष्टि के बाद ही आपके सामने रखते हैं। हमारा विश्वास है कि पत्रकारिता केवल सूचना का माध्यम नहीं—एक ज़िम्मेदारी है। इसी विचारधारा के साथ नीरज अहलावत, Dainik Reality News के संस्थापक एवं मुख्य संपादक, वर्तमान डिजिटल पत्रकारिता जगत में एक प्रखर और विश्वसनीय नाम के रूप में स्थापित हुए हैं। पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया में 10+ वर्षों का गहन अनुभव रखते हुए उन्होंने राजनीति, अर्थव्यवस्था, अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य और सामाजिक मुद्दों पर लगातार शोध-आधारित रिपोर्टिंग की है। उनके लेख वस्तुनिष्ठता, तथ्य-आधारित विश्लेषण और संतुलित दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं। नी‍रज का मानना है कि "खबर सिर्फ़ लिखी नहीं जाती, उसकी आत्मा समझनी होती है।" इसी सोच ने Dainik Reality News को पारदर्शिता और सत्यनिष्ठा की राह पर आगे बढ़ाया। नीरज अहलावत न सिर्फ़ एक संपादक हैं, बल्कि Digital Strategy, SEO एवं Web Media Growth के विशेषज्ञ भी हैं। आधुनिक तकनीक, एल्गोरिथ्म और यूज़र व्यवहार की गहराई को समझते हुए वे न्यूज़ इकोसिस्टम को नए युग की पत्रकारिता के साथ जोड़ते हैं — ताकि ज़रूरी मुद्दे केवल लिखे ना जाएँ, लोगों तक पहुँचें भी। प्रमुख कार्यक्षेत्र एवं विशेषज्ञता ✔ राजनीतिक एवं आर्थिक विश्लेषण ✔ डिजिटल पत्रकारिता एवं रिपोर्टिंग ✔ मीडिया रणनीति, SEO और कंटेंट विस्तार ✔ राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय समसामयिक विषय ✔ तथ्यात्मक अनुसंधान एवं निष्पक्ष लेखन Articles by Author

Ganga Expressway: दिल्ली से प्रयागराज अब सिर्फ 6 घंटे में, महाकुंभ 2025 से पहले मिलेगा ये बड़ा तोहफा

महाकुंभ 2025 से पहले दिल्ली से प्रयागराज का सफर बेहद आसान होने वाला है। गंगा एक्सप्रेसवे के खुलने से यात्रा का समय आधा रह जाएगा। जानें रूट, निर्माण स्टेटस और पूरी जानकारी हिंदी में।

Ganga Expressway: दिल्ली से प्रयागराज अब सिर्फ 6 घंटे में, महाकुंभ 2025 से पहले मिलेगा ये बड़ा तोहफा
Ganga Expressway

By: नीरज अहलावत | Date: 1 दिसंबर 2025 11:00 PM (IST)

उत्तर प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में एक और बड़ी क्रांति होने जा रही है। अगर आप दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में रहते हैं और प्रयागराज (Prayagraj) जाने का प्लान बना रहे हैं, तो आपके लिए बहुत अच्छी खबर है। अगले साल यानी 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ से पहले दिल्ली से संगम नगरी तक का सफर बेहद आसान और तेज होने वाला है।

मौजूदा समय में दिल्ली से प्रयागराज जाने में सड़क मार्ग से करीब 10 से 12 घंटे का समय लगता है। लेकिन, गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) के शुरू होने के बाद यह दूरी सिमटकर महज 6 से 7 घंटे रह जाने की उम्मीद है। यह प्रोजेक्ट न केवल समय बचाएगा, बल्कि ड्राइविंग अनुभव को भी पूरी तरह बदल देगा।

दिल्ली से प्रयागराज एक्सप्रेसवे रूट और गाड़ी चलाते लोग

1. क्या है 'दो एक्सप्रेसवे' का पूरा प्लान?

दिल्ली से प्रयागराज के सफर को आसान बनाने में मुख्य रूप से दो बड़े एक्सप्रेसवे की भूमिका होगी। वर्तमान में दिल्ली से आगरा तक यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) पहले से ही चालू है। इसके बाद आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे आता है।

अब उत्तर प्रदेश सरकार का फोकस गंगा एक्सप्रेसवे को जल्द से जल्द पूरा करने पर है। यह एक्सप्रेसवे मेरठ से शुरू होकर सीधे प्रयागराज तक जाएगा। दिल्ली के यात्री दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के जरिए मेरठ पहुंचकर सीधे गंगा एक्सप्रेसवे पकड़ सकेंगे, जिससे वे बिना किसी ट्रैफिक जाम के फर्राटेदार रफ्तार से प्रयागराज पहुंचेंगे।

2. गंगा एक्सप्रेसवे: यूपी का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे

गंगा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है। इसकी कुल लंबाई 594 किलोमीटर है। यह मेरठ के बिजौली गांव से शुरू होकर प्रयागराज के जदापुर दांडू गांव तक जाएगा।

इस प्रोजेक्ट की कुछ खास बातें:

  • लेन की संख्या: यह 6 लेन का एक्सप्रेसवे है, जिसे भविष्य में 8 लेन तक बढ़ाया जा सकता है।
  • रफ्तार: इस पर वाहनों की अधिकतम गति सीमा 120 किमी/घंटा निर्धारित की जा सकती है।
  • कनेक्टिविटी: यह यूपी के 12 प्रमुख जिलों (मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज) को जोड़ेगा।
गंगा एक्सप्रेसवे निर्माण कार्य और मशीनरी

3. महाकुंभ 2025: डेडलाइन और तैयारी

प्रयागराज में जनवरी 2025 में महाकुंभ (Mahakumbh 2025) का आयोजन होना है, जिसमें करोड़ों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। उत्तर प्रदेश सरकार और यूपीडा (UPEIDA) ने लक्ष्य रखा है कि महाकुंभ की शुरुआत से पहले गंगा एक्सप्रेसवे को आम जनता के लिए खोल दिया जाए।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। सरकार का प्रयास है कि कम से कम मुख्य कैरिजवे (Main Carriageway) को दिसंबर 2024 के अंत तक चालू कर दिया जाए, ताकि श्रद्धालुओं को आवागमन में कोई परेशानी न हो।

4. समय और दूरी की बचत: एक तुलना

नीचे दी गई टेबल से आप समझ सकते हैं कि इस नए रूट से आम यात्री को कितना फायदा होने वाला है:

रूट का माध्यम अनुमानित समय (मौजूदा) गंगा एक्सप्रेसवे के बाद (अनुमानित)
दिल्ली से प्रयागराज (वाया NH-19) 10 - 12 घंटे 6 - 7 घंटे
मेरठ से प्रयागराज 9 - 10 घंटे 5 - 6 घंटे

5. उद्योग और रोजगार पर असर

सिर्फ यात्रा ही नहीं, यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था के लिए भी गेम-चेंजर साबित होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि एक्सप्रेसवे के किनारे नए इंडस्ट्रियल क्लस्टर विकसित होंगे।

  • किसानों को अपनी उपज मंडियों तक पहुंचाने में आसानी होगी।
  • वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में तेजी आएगी।
  • धार्मिक पर्यटन (Religious Tourism) को सबसे बड़ा बूस्ट मिलेगा, क्योंकि वाराणसी, अयोध्या और प्रयागराज का सर्किट और मजबूत होगा।
प्रयागराज महाकुंभ 2025 की तैयारी और संगम तट

6. निष्कर्ष: यात्रियों के लिए बड़ी राहत

दिल्ली-एनसीआर से पूर्वी उत्तर प्रदेश की यात्रा अक्सर लंबी और थका देने वाली होती थी। गंगा एक्सप्रेसवे के शुरू होने से यह धारणा पूरी तरह बदल जाएगी। यह न केवल समय बचाएगा बल्कि ईंधन की खपत और प्रदूषण को कम करने में भी मदद करेगा। अब सबकी नजरें दिसंबर 2024 की डेडलाइन पर टिकी हैं, जब इस एक्सप्रेसवे पर गाड़ियां दौड़नी शुरू होंगी।


FAQ: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

प्रश्न 1: गंगा एक्सप्रेसवे कब शुरू होगा?

सरकार का लक्ष्य इसे महाकुंभ 2025 से पहले, यानी दिसंबर 2024 के अंत तक चालू करने का है ताकि श्रद्धालुओं को इसका लाभ मिल सके।

प्रश्न 2: दिल्ली से प्रयागराज जाने में अब कितना समय लगेगा?

गंगा एक्सप्रेसवे के पूरी तरह चालू होने के बाद दिल्ली से प्रयागराज का सफर लगभग 6 से 7 घंटे में पूरा होने की उम्मीद है।

प्रश्न 3: गंगा एक्सप्रेसवे किन-किन जिलों से होकर गुजरेगा?

यह मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज समेत 12 जिलों से होकर गुजरेगा।


Sources

  • UPEIDA Official Website — Project Status and details
  • Zee News Hindi — Report on Delhi-Prayagraj connectivity
  • NHAI Reports — National Highway connectivity data
नीरज अहलावत | संस्थापक एवं मुख्य संपादक — Dainik Reality News Dainik Reality News में हम खबरों को केवल प्रकाशित नहीं करते, समझते हैं, विश्लेषित करते हैं, और तथ्यों की पुष्टि के बाद ही आपके सामने रखते हैं। हमारा विश्वास है कि पत्रकारिता केवल सूचना का माध्यम नहीं—एक ज़िम्मेदारी है। इसी विचारधारा के साथ नीरज अहलावत, Dainik Reality News के संस्थापक एवं मुख्य संपादक, वर्तमान डिजिटल पत्रकारिता जगत में एक प्रखर और विश्वसनीय नाम के रूप में स्थापित हुए हैं। पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया में 10+ वर्षों का गहन अनुभव रखते हुए उन्होंने राजनीति, अर्थव्यवस्था, अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य और सामाजिक मुद्दों पर लगातार शोध-आधारित रिपोर्टिंग की है। उनके लेख वस्तुनिष्ठता, तथ्य-आधारित विश्लेषण और संतुलित दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं। नी‍रज का मानना है कि "खबर सिर्फ़ लिखी नहीं जाती, उसकी आत्मा समझनी होती है।" इसी सोच ने Dainik Reality News को पारदर्शिता और सत्यनिष्ठा की राह पर आगे बढ़ाया। नीरज अहलावत न सिर्फ़ एक संपादक हैं, बल्कि Digital Strategy, SEO एवं Web Media Growth के विशेषज्ञ भी हैं। आधुनिक तकनीक, एल्गोरिथ्म और यूज़र व्यवहार की गहराई को समझते हुए वे न्यूज़ इकोसिस्टम को नए युग की पत्रकारिता के साथ जोड़ते हैं — ताकि ज़रूरी मुद्दे केवल लिखे ना जाएँ, लोगों तक पहुँचें भी। प्रमुख कार्यक्षेत्र एवं विशेषज्ञता ✔ राजनीतिक एवं आर्थिक विश्लेषण ✔ डिजिटल पत्रकारिता एवं रिपोर्टिंग ✔ मीडिया रणनीति, SEO और कंटेंट विस्तार ✔ राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय समसामयिक विषय ✔ तथ्यात्मक अनुसंधान एवं निष्पक्ष लेखन Articles by Author
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