Ganga Expressway News: मेरठ से प्रयागराज का सफर अब सिर्फ 6 घंटे में, ट्रायल रन के लिए तैयार हुआ देश का दूसरा सबसे लंबा एक्सप्रेसवे
Ganga Expressway पर जल्द शुरू होगा ट्रायल रन, महाकुंभ 2025 से पहले PM मोदी कर सकते हैं उद्घाटन। जानें 594 KM लंबे इस एक्सप्रेसवे के रूट और सुविधाओं की पूरी डिटेल।
Ganga Expressway News: मेरठ से प्रयागराज का सफर अब सिर्फ 6 घंटे में, ट्रायल रन के लिए तैयार हुआ देश का दूसरा सबसे लंबा एक्सप्रेसवे
नई दिल्ली/लखनऊ, जागरण डेस्क: उत्तर प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ने वाला है। Ganga Expressway का निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण (Final Stage) में पहुंच गया है और अब यह सेफ्टी ट्रायल (Safety Trial) के लिए तैयार है।
यूपीडा (UPEIDA) के सूत्रों के मुताबिक, मेरठ से प्रयागराज तक 594 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे पर दिसंबर के पहले हफ्ते में वाहनों का ट्रायल रन शुरू हो सकता है। महाकुंभ 2025 (Mahakumbh 2025) में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए यह एक्सप्रेसवे किसी वरदान से कम नहीं होगा।
1. Ganga Expressway का काम 96% पूरा, ट्रायल रन की उल्टी गिनती शुरू
ताजा जानकारी के मुताबिक, गंगा एक्सप्रेसवे का मेन कैरिजवे (Main Carriageway) लगभग बनकर तैयार है। यूपीडा के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि एक्सप्रेसवे के निर्माण में 96% से अधिक कार्य पूरा कर लिया गया है।
- Unnao-Haldwani Section: यहां थोड़ा काम बाकी है, जिसे युद्ध स्तर पर पूरा किया जा रहा है।
- Trial Run: दिसंबर 2025 के पहले सप्ताह में विभागीय ट्रायल और उसके बाद प्रशासनिक ट्रायल होगा।
- सुरक्षा जांच: उद्घाटन से पहले रोड सेफ्टी ऑडिट किया जाएगा ताकि हाई स्पीड सफर पूरी तरह सुरक्षित हो।
2. Mahakumbh 2025 से पहले उद्घाटन: क्या PM मोदी देंगे सौगात?
प्रयागराज में जनवरी 2026 से शुरू हो रहे महाकुंभ को देखते हुए सरकार इस प्रोजेक्ट को हर हाल में दिसंबर-जनवरी तक शुरू करना चाहती है। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) इसका उद्घाटन कर सकते हैं।
यह पश्चिमी यूपी (Western UP) के श्रद्धालुओं को सीधे प्रयागराज से जोड़ेगा। दिल्ली-NCR से प्रयागराज पहुंचने में अब 10-12 घंटे की जगह मात्र 6 से 7 घंटे लगेंगे।
3. 12 जिलों से गुजरेगा 'विकास का पथ', जानें पूरा रूट
यह एक्सप्रेसवे सिर्फ एक सड़क नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश के 12 जिलों की अर्थव्यवस्था (Economy) के लिए एक लाइफलाइन है। यह मेरठ के बिजौली गांव से शुरू होकर प्रयागराज के जुदापुर दांदू गांव तक जाता है।
ये 12 जिले होंगे कनेक्ट: मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज।
4. Fighter Jets भी उतर सकेंगे: जानें खास फीचर्स
सुरक्षा और तकनीक के मामले में गंगा एक्सप्रेसवे को वर्ल्ड क्लास मानकों पर बनाया गया है।
- इमरजेंसी एयरस्ट्रिप: शाहजहांपुर के पास 3.5 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी बनाई गई है।
- स्पीड लिमिट: कारों के लिए अधिकतम गति सीमा 120 किमी/घंटा तय की गई है।
- लेन (Lanes): फिलहाल यह 6-लेन का है, जिसे 8-लेन तक बढ़ाया जा सकता है।
5. Future Trends: डिजिटल पब्लिशर्स और रियल एस्टेट पर असर
डिजिटल मीडिया और स्थानीय पब्लिशर्स के लिए भी यह एक बड़ा मौका है। जैसे-जैसे कनेक्टिविटी बढ़ेगी, इन 12 जिलों में रियल एस्टेट बूम (Real Estate Boom) देखने को मिल रहा है। जमीन की कीमतों में भारी उछाल आया है और लॉजिस्टिक्स हब बनने से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
📌 निष्कर्ष (Conclusion)
गंगा एक्सप्रेसवे का पूरा होना उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी में एक क्रांतिकारी बदलाव है। ट्रायल रन शुरू होने की खबर ने पश्चिमी यूपी और पूर्वांचल के लोगों में उत्साह भर दिया है। आने वाले कुछ हफ्ते महत्वपूर्ण होंगे जब इस एक्सप्रेसवे की सुरक्षा और गुणवत्ता की अंतिम परीक्षा होगी। अगर सब कुछ योजना के मुताबिक रहा, तो जनवरी 2026 की शुरुआत में हम इस पर फर्राटा भरते नजर आएंगे।