CAT 2025 Exam Analysis: तीनों स्लॉट्स का पूरा हाल, जानें Difficulty Level और Expected Cutoff

CAT 2025 Exam Analysis: आज संपन्न हुई कैट परीक्षा के तीनों स्लॉट्स का विश्लेषण, छात्रों की प्रतिक्रिया और विशेषज्ञों द्वारा बताए गए सेफ स्कोर व कटऑफ जानें। क्या इस बार IIM की राह मुश्किल है?

CAT 2025 Exam Analysis: तीनों स्लॉट्स का पूरा हाल, जानें Difficulty Level और Expected Cutoff

CAT 2025 Exam Analysis: तीनों स्लॉट्स का पूरा हाल, जानें Difficulty Level और Expected Cutoff

By: नीरज अहलावत | Date: 30 नवंबर 2025 | Time: 10:55 PM IST
संपादकीय नोट: आज देश भर के प्रमुख शहरों में कॉमन एडमिशन टेस्ट (CAT) 2025 का आयोजन किया गया। "दैनिक रियलिटी" की टीम ने ग्राउंड ज़ीरो पर जाकर छात्रों और विशेषज्ञों से बात की ताकि आपको सबसे सटीक विश्लेषण मिल सके।

नई दिल्ली/मुंबई: देश के प्रतिष्ठित प्रबंधन संस्थानों (IIMs) में प्रवेश के द्वार खोलने वाली परीक्षा, कॉमन एडमिशन टेस्ट (CAT) 2025 आज, रविवार, 30 नवंबर को सफलतापूर्वक संपन्न हो गई। भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) द्वारा आयोजित इस परीक्षा ने इस वर्ष भी अपनी 'अनप्रेडिक्टेबल' (Unpredictable) छवि को बरकरार रखा है।

CAT 2025 परीक्षा केंद्र के बाहर चर्चा करते छात्र परीक्षा केंद्र के बाहर चर्चा करते छात्र

शुरुआती रिपोर्ट्स और छात्रों से मिली प्रतिक्रिया के मुताबिक, इस साल का पेपर पिछले वर्ष (2024) की तुलना में कुछ सेक्शन में अधिक चुनौतीपूर्ण रहा। विशेष रूप से Data Interpretation & Logical Reasoning (DILR) सेक्शन ने छात्रों के पसीने छुड़ा दिए, जबकि Quantitative Ability (QA) को मॉडरेट (Moderate) श्रेणी में रखा गया है।

आइए विस्तार से जानते हैं कि स्लॉट 1, 2 और 3 का हाल कैसा रहा और 99 पर्सेंटाइल के लिए सुरक्षित स्कोर क्या हो सकता है।

🔹 Slot 1 Analysis: VARC ने दी राहत, लेकिन DILR ने उलझाया

कंप्यूटर स्क्रीन पर कठिन प्रश्न हल करता छात्र

सुबह के सत्र (Slot 1) में परीक्षा देकर निकले छात्रों के चेहरों पर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली। विशेषज्ञों के अनुसार, स्लॉट 1 का पैटर्न काफी हद तक पिछले वर्षों जैसा ही था, लेकिन प्रश्नों की प्रकृति में बदलाव देखा गया।

  • VARC (Verbal Ability & Reading Comprehension): यह सेक्शन अन्य दो की तुलना में थोड़ा आसान बताया गया। रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन (RC) के पैसेज पढ़ने में सहज थे, हालांकि कुछ प्रश्न इन्फेरेंस-आधारित (Inference based) थे जिन्होंने समय लिया।
  • DILR: हमेशा की तरह, यह सेक्शन 'गेम चेंजर' साबित हुआ। सेट्स की संख्या और उनके लॉजिक को क्रैक करना छात्रों के लिए कठिन रहा। 4 में से 2 सेट हल करना भी एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
  • QA: गणितीय भाग मॉडरेट था, लेकिन इसमें अलजेब्रा (Algebra) और अरिथमेटिक (Arithmetic) का बोलबाला रहा।

विशेषज्ञ राय: "स्लॉट 1 में अगर किसी छात्र ने सटीकता (Accuracy) के साथ 38-40 प्रश्न हल किए हैं, तो वह अच्छे पर्सेंटाइल की उम्मीद कर सकता है।"

🔹 Slot 2 Analysis: क्वांट ने बढ़ाई धड़कनें

दोपहर का सत्र (Slot 2) कई मायनों में सुबह के सत्र से अलग रहा। परीक्षा केंद्र से बाहर आए नोएडा के एक छात्र, रोहन ने बताया, "VARC ठीक था, लेकिन क्वांट के कुछ सवालों ने फंसा दिया। सवाल सीधे नहीं थे, उन्हें घुमाकर पूछा गया था।"

इस स्लॉट में Quantitative Ability सेक्शन को स्लॉट 1 की तुलना में थोड़ा कठिन माना जा रहा है।

  • VARC: यहाँ भी पैसेज फिलॉसफी और सोशल साइंस पर आधारित थे।
  • DILR: यह सेक्शन लगातार कठिन बना रहा।
  • QA: ज्यामिति (Geometry) और नंबर सिस्टम के प्रश्नों ने छात्रों का काफी समय लिया।

🔹 Slot 3 Analysis: थकान और कठिन प्रश्नों का संगम

शाम की शिफ्ट के बाद परीक्षा केंद्र का दृश्य

शाम के सत्र (Slot 3) तक आते-आते पेपर का स्तर थोड़ा और ऊपर जाता दिखाई दिया। ऐतिहासिक रूप से भी देखा गया है कि स्लॉट 3 को अक्सर छात्र कठिन महसूस करते हैं, और इस बार भी कुछ ऐसा ही रुझान देखने को मिला।

विशेषज्ञों का कहना है कि स्लॉट 3 में Verbal Ability सेक्शन में पैरा-जंबल्स (Para-jumbles) थोड़े पेचीदा थे। वहीं, DILR में कुछ सेट्स ऐसे थे जिन्हें छोड़ने में ही समझदारी थी। "Selection of Questions" (प्रश्नों का चयन) ही इस स्लॉट में सफलता की कुंजी साबित होगा।

📊 Section-Wise Difficulty & Good Attempts (एक नज़र में)

नीचे दी गई तालिका में हम तीनों स्लॉट्स के औसत विश्लेषण को प्रस्तुत कर रहे हैं। यह डाटा विभिन्न कोचिंग संस्थानों और छात्रों के फीडबैक पर आधारित है।

Section Difficulty Level Total Questions Good Attempts (99%ile)
VARC Moderate 24 14 - 16
DILR Difficult 20 9 - 11
QA Moderate to Difficult 22 12 - 14
Overall Mod. - Difficult 66 38 - 42
नोट: यह एक अनुमानित विश्लेषण है। फाइनल कटऑफ IIM द्वारा जारी नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया (Normalization Process) के बाद ही तय होगी।

🎯 क्या रहेगा Expected Cutoff?

करियर लॉन्चर और टाइम (TIME) जैसी संस्थाओं के शुरुआती अनुमानों के मुताबिक, इस बार 99 पर्सेंटाइल के लिए स्कोर थोड़ा गिर सकता है, क्योंकि पेपर का कठिनाई स्तर बढ़ा है।

  • IIM अहमदाबाद/बैंगलोर/कलकत्ता (BLACKI): सामान्य श्रेणी के लिए 98-99+ पर्सेंटाइल अनिवार्य हो सकता है।
  • नए IIMs: 92-95 पर्सेंटाइल के बीच कॉल आने की संभावना है।
  • नॉन-IIMs (FMS, SPJIMR): यहाँ भी कटऑफ हाई रहने की उम्मीद है, लेकिन सेक्शनल कटऑफ का दबाव IIMs जितना नहीं होगा।

🚀 आगे क्या? (What Next?)

CAT 2025 की परीक्षा अब समाप्त हो चुकी है। अब छात्रों को निम्नलिखित तारीखों पर नजर रखनी चाहिए:

  1. Response Sheet: संभवतः दिसंबर के पहले सप्ताह (3-7 दिसंबर) तक जारी की जाएगी।
  2. Answer Key Challenge: रिस्पॉन्स शीट आने के 2-3 दिन बाद तक विंडो खुली रहेगी।
  3. Final Result: जनवरी 2026 के दूसरे सप्ताह में आने की उम्मीद है।

निष्कर्ष:
CAT 2025 ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि रटने की विद्या यहाँ काम नहीं आती। यह परीक्षा दबाव में निर्णय लेने की क्षमता (Decision Making under Pressure) का परीक्षण है। जिनका एग्जाम अच्छा हुआ, उन्हें अब GD/PI (ग्रुप डिस्कशन और पर्सनल इंटरव्यू) की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।

नीरज अहलावत | संस्थापक एवं मुख्य संपादक — Dainik Reality News Dainik Reality News में हम खबरों को केवल प्रकाशित नहीं करते, समझते हैं, विश्लेषित करते हैं, और तथ्यों की पुष्टि के बाद ही आपके सामने रखते हैं। हमारा विश्वास है कि पत्रकारिता केवल सूचना का माध्यम नहीं—एक ज़िम्मेदारी है। इसी विचारधारा के साथ नीरज अहलावत, Dainik Reality News के संस्थापक एवं मुख्य संपादक, वर्तमान डिजिटल पत्रकारिता जगत में एक प्रखर और विश्वसनीय नाम के रूप में स्थापित हुए हैं। पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया में 10+ वर्षों का गहन अनुभव रखते हुए उन्होंने राजनीति, अर्थव्यवस्था, अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य और सामाजिक मुद्दों पर लगातार शोध-आधारित रिपोर्टिंग की है। उनके लेख वस्तुनिष्ठता, तथ्य-आधारित विश्लेषण और संतुलित दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं। नी‍रज का मानना है कि "खबर सिर्फ़ लिखी नहीं जाती, उसकी आत्मा समझनी होती है।" इसी सोच ने Dainik Reality News को पारदर्शिता और सत्यनिष्ठा की राह पर आगे बढ़ाया। नीरज अहलावत न सिर्फ़ एक संपादक हैं, बल्कि Digital Strategy, SEO एवं Web Media Growth के विशेषज्ञ भी हैं। आधुनिक तकनीक, एल्गोरिथ्म और यूज़र व्यवहार की गहराई को समझते हुए वे न्यूज़ इकोसिस्टम को नए युग की पत्रकारिता के साथ जोड़ते हैं — ताकि ज़रूरी मुद्दे केवल लिखे ना जाएँ, लोगों तक पहुँचें भी। प्रमुख कार्यक्षेत्र एवं विशेषज्ञता ✔ राजनीतिक एवं आर्थिक विश्लेषण ✔ डिजिटल पत्रकारिता एवं रिपोर्टिंग ✔ मीडिया रणनीति, SEO और कंटेंट विस्तार ✔ राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय समसामयिक विषय ✔ तथ्यात्मक अनुसंधान एवं निष्पक्ष लेखन Articles by Author

CAT 2025 Exam Analysis: तीनों स्लॉट्स का पूरा हाल, जानें Difficulty Level और Expected Cutoff

CAT 2025 Exam Analysis: आज संपन्न हुई कैट परीक्षा के तीनों स्लॉट्स का विश्लेषण, छात्रों की प्रतिक्रिया और विशेषज्ञों द्वारा बताए गए सेफ स्कोर व कटऑफ जानें। क्या इस बार IIM की राह मुश्किल है?

CAT 2025 Exam Analysis: तीनों स्लॉट्स का पूरा हाल, जानें Difficulty Level और Expected Cutoff

CAT 2025 Exam Analysis: तीनों स्लॉट्स का पूरा हाल, जानें Difficulty Level और Expected Cutoff

By: नीरज अहलावत | Date: 30 नवंबर 2025 | Time: 10:55 PM IST
संपादकीय नोट: आज देश भर के प्रमुख शहरों में कॉमन एडमिशन टेस्ट (CAT) 2025 का आयोजन किया गया। "दैनिक रियलिटी" की टीम ने ग्राउंड ज़ीरो पर जाकर छात्रों और विशेषज्ञों से बात की ताकि आपको सबसे सटीक विश्लेषण मिल सके।

नई दिल्ली/मुंबई: देश के प्रतिष्ठित प्रबंधन संस्थानों (IIMs) में प्रवेश के द्वार खोलने वाली परीक्षा, कॉमन एडमिशन टेस्ट (CAT) 2025 आज, रविवार, 30 नवंबर को सफलतापूर्वक संपन्न हो गई। भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) द्वारा आयोजित इस परीक्षा ने इस वर्ष भी अपनी 'अनप्रेडिक्टेबल' (Unpredictable) छवि को बरकरार रखा है।

CAT 2025 परीक्षा केंद्र के बाहर चर्चा करते छात्र परीक्षा केंद्र के बाहर चर्चा करते छात्र

शुरुआती रिपोर्ट्स और छात्रों से मिली प्रतिक्रिया के मुताबिक, इस साल का पेपर पिछले वर्ष (2024) की तुलना में कुछ सेक्शन में अधिक चुनौतीपूर्ण रहा। विशेष रूप से Data Interpretation & Logical Reasoning (DILR) सेक्शन ने छात्रों के पसीने छुड़ा दिए, जबकि Quantitative Ability (QA) को मॉडरेट (Moderate) श्रेणी में रखा गया है।

आइए विस्तार से जानते हैं कि स्लॉट 1, 2 और 3 का हाल कैसा रहा और 99 पर्सेंटाइल के लिए सुरक्षित स्कोर क्या हो सकता है।

🔹 Slot 1 Analysis: VARC ने दी राहत, लेकिन DILR ने उलझाया

कंप्यूटर स्क्रीन पर कठिन प्रश्न हल करता छात्र

सुबह के सत्र (Slot 1) में परीक्षा देकर निकले छात्रों के चेहरों पर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली। विशेषज्ञों के अनुसार, स्लॉट 1 का पैटर्न काफी हद तक पिछले वर्षों जैसा ही था, लेकिन प्रश्नों की प्रकृति में बदलाव देखा गया।

  • VARC (Verbal Ability & Reading Comprehension): यह सेक्शन अन्य दो की तुलना में थोड़ा आसान बताया गया। रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन (RC) के पैसेज पढ़ने में सहज थे, हालांकि कुछ प्रश्न इन्फेरेंस-आधारित (Inference based) थे जिन्होंने समय लिया।
  • DILR: हमेशा की तरह, यह सेक्शन 'गेम चेंजर' साबित हुआ। सेट्स की संख्या और उनके लॉजिक को क्रैक करना छात्रों के लिए कठिन रहा। 4 में से 2 सेट हल करना भी एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
  • QA: गणितीय भाग मॉडरेट था, लेकिन इसमें अलजेब्रा (Algebra) और अरिथमेटिक (Arithmetic) का बोलबाला रहा।

विशेषज्ञ राय: "स्लॉट 1 में अगर किसी छात्र ने सटीकता (Accuracy) के साथ 38-40 प्रश्न हल किए हैं, तो वह अच्छे पर्सेंटाइल की उम्मीद कर सकता है।"

🔹 Slot 2 Analysis: क्वांट ने बढ़ाई धड़कनें

दोपहर का सत्र (Slot 2) कई मायनों में सुबह के सत्र से अलग रहा। परीक्षा केंद्र से बाहर आए नोएडा के एक छात्र, रोहन ने बताया, "VARC ठीक था, लेकिन क्वांट के कुछ सवालों ने फंसा दिया। सवाल सीधे नहीं थे, उन्हें घुमाकर पूछा गया था।"

इस स्लॉट में Quantitative Ability सेक्शन को स्लॉट 1 की तुलना में थोड़ा कठिन माना जा रहा है।

  • VARC: यहाँ भी पैसेज फिलॉसफी और सोशल साइंस पर आधारित थे।
  • DILR: यह सेक्शन लगातार कठिन बना रहा।
  • QA: ज्यामिति (Geometry) और नंबर सिस्टम के प्रश्नों ने छात्रों का काफी समय लिया।

🔹 Slot 3 Analysis: थकान और कठिन प्रश्नों का संगम

शाम की शिफ्ट के बाद परीक्षा केंद्र का दृश्य

शाम के सत्र (Slot 3) तक आते-आते पेपर का स्तर थोड़ा और ऊपर जाता दिखाई दिया। ऐतिहासिक रूप से भी देखा गया है कि स्लॉट 3 को अक्सर छात्र कठिन महसूस करते हैं, और इस बार भी कुछ ऐसा ही रुझान देखने को मिला।

विशेषज्ञों का कहना है कि स्लॉट 3 में Verbal Ability सेक्शन में पैरा-जंबल्स (Para-jumbles) थोड़े पेचीदा थे। वहीं, DILR में कुछ सेट्स ऐसे थे जिन्हें छोड़ने में ही समझदारी थी। "Selection of Questions" (प्रश्नों का चयन) ही इस स्लॉट में सफलता की कुंजी साबित होगा।

📊 Section-Wise Difficulty & Good Attempts (एक नज़र में)

नीचे दी गई तालिका में हम तीनों स्लॉट्स के औसत विश्लेषण को प्रस्तुत कर रहे हैं। यह डाटा विभिन्न कोचिंग संस्थानों और छात्रों के फीडबैक पर आधारित है।

Section Difficulty Level Total Questions Good Attempts (99%ile)
VARC Moderate 24 14 - 16
DILR Difficult 20 9 - 11
QA Moderate to Difficult 22 12 - 14
Overall Mod. - Difficult 66 38 - 42
नोट: यह एक अनुमानित विश्लेषण है। फाइनल कटऑफ IIM द्वारा जारी नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया (Normalization Process) के बाद ही तय होगी।

🎯 क्या रहेगा Expected Cutoff?

करियर लॉन्चर और टाइम (TIME) जैसी संस्थाओं के शुरुआती अनुमानों के मुताबिक, इस बार 99 पर्सेंटाइल के लिए स्कोर थोड़ा गिर सकता है, क्योंकि पेपर का कठिनाई स्तर बढ़ा है।

  • IIM अहमदाबाद/बैंगलोर/कलकत्ता (BLACKI): सामान्य श्रेणी के लिए 98-99+ पर्सेंटाइल अनिवार्य हो सकता है।
  • नए IIMs: 92-95 पर्सेंटाइल के बीच कॉल आने की संभावना है।
  • नॉन-IIMs (FMS, SPJIMR): यहाँ भी कटऑफ हाई रहने की उम्मीद है, लेकिन सेक्शनल कटऑफ का दबाव IIMs जितना नहीं होगा।

🚀 आगे क्या? (What Next?)

CAT 2025 की परीक्षा अब समाप्त हो चुकी है। अब छात्रों को निम्नलिखित तारीखों पर नजर रखनी चाहिए:

  1. Response Sheet: संभवतः दिसंबर के पहले सप्ताह (3-7 दिसंबर) तक जारी की जाएगी।
  2. Answer Key Challenge: रिस्पॉन्स शीट आने के 2-3 दिन बाद तक विंडो खुली रहेगी।
  3. Final Result: जनवरी 2026 के दूसरे सप्ताह में आने की उम्मीद है।

निष्कर्ष:
CAT 2025 ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि रटने की विद्या यहाँ काम नहीं आती। यह परीक्षा दबाव में निर्णय लेने की क्षमता (Decision Making under Pressure) का परीक्षण है। जिनका एग्जाम अच्छा हुआ, उन्हें अब GD/PI (ग्रुप डिस्कशन और पर्सनल इंटरव्यू) की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।

नीरज अहलावत | संस्थापक एवं मुख्य संपादक — Dainik Reality News Dainik Reality News में हम खबरों को केवल प्रकाशित नहीं करते, समझते हैं, विश्लेषित करते हैं, और तथ्यों की पुष्टि के बाद ही आपके सामने रखते हैं। हमारा विश्वास है कि पत्रकारिता केवल सूचना का माध्यम नहीं—एक ज़िम्मेदारी है। इसी विचारधारा के साथ नीरज अहलावत, Dainik Reality News के संस्थापक एवं मुख्य संपादक, वर्तमान डिजिटल पत्रकारिता जगत में एक प्रखर और विश्वसनीय नाम के रूप में स्थापित हुए हैं। पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया में 10+ वर्षों का गहन अनुभव रखते हुए उन्होंने राजनीति, अर्थव्यवस्था, अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य और सामाजिक मुद्दों पर लगातार शोध-आधारित रिपोर्टिंग की है। उनके लेख वस्तुनिष्ठता, तथ्य-आधारित विश्लेषण और संतुलित दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं। नी‍रज का मानना है कि "खबर सिर्फ़ लिखी नहीं जाती, उसकी आत्मा समझनी होती है।" इसी सोच ने Dainik Reality News को पारदर्शिता और सत्यनिष्ठा की राह पर आगे बढ़ाया। नीरज अहलावत न सिर्फ़ एक संपादक हैं, बल्कि Digital Strategy, SEO एवं Web Media Growth के विशेषज्ञ भी हैं। आधुनिक तकनीक, एल्गोरिथ्म और यूज़र व्यवहार की गहराई को समझते हुए वे न्यूज़ इकोसिस्टम को नए युग की पत्रकारिता के साथ जोड़ते हैं — ताकि ज़रूरी मुद्दे केवल लिखे ना जाएँ, लोगों तक पहुँचें भी। प्रमुख कार्यक्षेत्र एवं विशेषज्ञता ✔ राजनीतिक एवं आर्थिक विश्लेषण ✔ डिजिटल पत्रकारिता एवं रिपोर्टिंग ✔ मीडिया रणनीति, SEO और कंटेंट विस्तार ✔ राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय समसामयिक विषय ✔ तथ्यात्मक अनुसंधान एवं निष्पक्ष लेखन Articles by Author
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