Haryana Weather Update: हरियाणा में टूटने लगा ठंड का रिकॉर्ड, घने कोहरे और गिरते पारे ने बढ़ाई ठिठुरन, जानें IMD का अलर्ट
हरियाणा में मौसम ने करवट ली है। घने कोहरे (Dense Fog) और शीत लहर (Cold Wave) के चलते जनजीवन प्रभावित हुआ है। जानें अगले 5 दिनों का मौसम पूर्वानुमान।
Haryana Weather Update: हरियाणा में टूटने लगा ठंड का रिकॉर्ड, घने कोहरे और गिरते पारे ने बढ़ाई ठिठुरन, जानें IMD का अलर्ट
संपादकीय नोट: हरियाणा में नवंबर के अंत के साथ ही सर्दी ने अपना असली रंग दिखाना शुरू कर दिया है। यह खबर न केवल आम लोगों की दिनचर्या से जुड़ी है, बल्कि किसानों और यात्रियों के लिए भी बेहद अहम है।
हरियाणा (Haryana) में कड़ाके की ठंड ने दस्तक दे दी है। पिछले 24 घंटों में राज्य के कई जिलों में न्यूनतम तापमान (Minimum Temperature) में भारी गिरावट दर्ज की गई है, जिससे लोग सुबह-शाम ठिठुरने पर मजबूर हो गए हैं। मौसम विभाग (IMD) ने राज्य के दक्षिणी और पश्चिमी हिस्सों में घने कोहरे (Dense Fog) को लेकर 'येलो अलर्ट' जारी किया है। सुबह के समय विजिबिलिटी कम होने से सड़क और रेल यातायात पर असर पड़ना शुरू हो गया है। आने वाले दिनों में यह ठंड और तीखी होने वाली है।
1. हरियाणा में शीत लहर का असर: कहां कितना गिरा पारा?
नवंबर खत्म होते-होते हरियाणा में "गुलाबी ठंड" अब "कड़ाके की सर्दी" में बदल गई है। मौसम विभाग चंडीगढ़ (IMD Chandigarh) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में रात का तापमान सामान्य से 2-3 डिग्री सेल्सियस नीचे लुढ़क गया है।
हिसार, नारनौल और सिरसा जैसे जिले सबसे ठंडे रहे हैं। पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के गुजरने के बाद चल रही उत्तर-पश्चिमी हवाओं ने वातावरण में ठंडक घोल दी है।
- हिसार: यहां न्यूनतम तापमान 5-6 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया गया है, जो सामान्य से कम है।
- मैदानी इलाके: रोहतक, भिवानी और जींद में भी रातें सर्द हो गई हैं।
विशेषज्ञों की राय: मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले 48 घंटों में रात के तापमान में और 2 डिग्री तक की गिरावट आ सकती है, जिससे 'कोल्ड डे' (Cold Day) जैसी स्थिति बन सकती है।
2. कोहरे (Fog) और स्मॉग (Smog) का डबल अटैक
सिर्फ ठंड ही नहीं, बल्कि कोहरे ने भी आम जनजीवन की रफ्तार धीमी कर दी है। पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र और अंबाला जैसे जीटी रोड बेल्ट (GT Road Belt) वाले जिलों में सुबह के समय घना कोहरा छाया रहा।
हालात तब और खराब हो जाते हैं जब कोहरा प्रदूषण (Pollution) के साथ मिल जाता है, जिससे 'स्मॉग' की चादर बन जाती है।
- विजिबिलिटी: कई जगहों पर दृश्यता (Visibility) 50 मीटर से भी कम रह गई है।
- यातायात प्रभावित: कोहरे के कारण लंबी दूरी की कई ट्रेनें देरी से चल रही हैं और हाइवे पर वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गई है। पुलिस ने चालकों को फॉग लाइट (Fog Lights) का इस्तेमाल करने और धीमी गति से गाड़ी चलाने की सलाह दी है।
3. किसानों के लिए खुशखबरी: गेहूं की फसल को मिलेगा 'बूस्टर'
जहाँ आम आदमी ठंड से परेशान है, वहीं यह मौसम किसानों के चेहरों पर मुस्कान लेकर आया है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, यह गिरता तापमान रबी की फसलों, विशेषकर गेहूं (Wheat) के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
- गेहूं की बिजाई (Sowing): हरियाणा में गेहूं की बिजाई अंतिम चरण में है (लगभग 90% पूरी)। ठंड बढ़ने से पौधे का जुड़ाव (Tillering) अच्छा होता है।
- सरसों (Mustard): सरसों की फसल के लिए भी यह तापमान अनुकूल है, बस पाला (Frost) न जमे।
कृषि सलाह: चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) के वैज्ञानिकों ने किसानों को सलाह दी है कि वे गेहूं में पहली सिंचाई (First Irrigation) बिजाई के 21 दिन बाद करें, जिससे जड़ों का विकास सही हो।
4. प्रदूषण का स्तर और स्वास्थ्य चेतावनी (Health Advisory)
ठंड बढ़ने के साथ ही हवा की गुणवत्ता (Air Quality) भी चिंता का विषय बनी हुई है। पानीपत, सोनीपत और गुरुग्राम जैसे एनसीआर (NCR) से सटे इलाकों में AQI (Air Quality Index) अभी भी 'बेहद खराब' श्रेणी में बना हुआ है।
ठंडी हवा और प्रदूषकों के नीचे बैठने की वजह से सांस के मरीजों को दिक्कत हो रही है।
डॉक्टरों की सलाह:
- सुबह की सैर (Morning Walk) के समय मास्क का प्रयोग करें।
- अस्थमा और दिल के मरीज ज्यादा सुबह बाहर निकलने से बचें।
- बच्चों और बुजुर्गों को ठंड से विशेष बचाव की जरूरत है।
5. अगले 5 दिनों का मौसम पूर्वानुमान (IMD Forecast)
मौसम विभाग के अनुसार, अगले एक हफ्ते तक बारिश की कोई संभावना नहीं है। मौसम पूरी तरह शुष्क (Dry) रहेगा।
| तारीख | मौसम का अनुमान | संभावित असर |
|---|---|---|
| 29-30 नवंबर | घना कोहरा (सुबह) | विजिबिलिटी कम होगी |
| 1-2 दिसंबर | आसमान साफ, धूप खिलेगी | दिन में राहत, रात में ठंड |
| 3 दिसंबर | तापमान में गिरावट | शीत लहर चलने के आसार |
आने वाले दिनों में पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में साफ़ दिखेगा, जिससे दिन के तापमान (Maximum Temperature) में भी गिरावट दर्ज की जाएगी।
निष्कर्ष (Conclusion)
कुल मिलाकर, हरियाणा में अब सर्दी ने पूरी तरह से अपने पैर जमा लिए हैं। कोहरा, प्रदूषण और गिरता पारा आने वाले दिनों में और चुनौतियां पेश कर सकता है। जहाँ यह मौसम किसानों के लिए सोना साबित हो सकता है, वहीं आम नागरिकों को सड़क पर सावधानी और स्वास्थ्य के प्रति सतर्कता बरतने की जरूरत है। प्रशासन ने रैन बसेरों (Night Shelters) को भी सक्रिय कर दिया है ताकि बेघर लोगों को ठंड से बचाया जा सके।
आगे क्या?
मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए, अगर आप अगले 2-3 दिनों में सुबह या रात के समय यात्रा (Travel) की योजना बना रहे हैं, तो ट्रेनों का स्टेटस चेक करके और सड़क पर पर्याप्त समय लेकर ही निकलें।