Mahindra XEV 9S vs XEV 9e: 7-Seater या Coupe? जानें दोनों Electric SUVs में क्या है बड़ा अंतर
Mahindra XEV 9S और XEV 9e में क्या अंतर है? जानें कीमत, फीचर्स, सीटिंग कैपेसिटी और रेंज का पूरा तुलनात्मक विश्लेषण, ताकि आप अपने परिवार के लिए सही EV चुन सकें।
Mahindra XEV 9S vs XEV 9e: 7-Seater या Coupe? जानें दोनों Electric SUVs में क्या है बड़ा अंतर
संपादकीय नोट: महिंद्रा ने अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल पोर्टफोलियो में बड़ा धमाका किया है। BE 6e और XEV 9e के बाद, अब कंपनी ने XEV 9S को भी पेश कर दिया है। यह खबर उन खरीदारों के लिए उलझन पैदा कर सकती है जो XEV 9e (Coupe) खरीदने का मन बना रहे थे। आज हम एक अनुभवी पत्रकार की नजर से इन दोनों गाड़ियों का विश्लेषण करेंगे।
भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में इलेक्ट्रिक कारों की जंग अब अगले स्तर पर पहुंच गई है। महिंद्रा एंड महिंद्रा ने हाल ही में अपनी नई इलेक्ट्रिक एसयूवी XEV 9S को लॉन्च करके सबको चौंका दिया है। यह लॉन्च इसलिए खास है क्योंकि कंपनी ने कुछ ही समय पहले अपनी कूपे स्टाइल एसयूवी XEV 9e की कीमतें साझा की थीं।
अब शोरूम में जाने वाले ग्राहकों के सामने एक बड़ा सवाल है: स्टाइलिश Coupe (XEV 9e) चुनें या फिर प्रैक्टिकल 7-Seater (XEV 9S)? मजे की बात यह है कि इन दोनों गाड़ियों के बीच कीमत और फीचर्स का समीकरण वैसा नहीं है जैसा आप सोच रहे हैं। इस विस्तृत रिपोर्ट में हम दोनों एसयूवी के हर पहलू की तुलना करेंगे।
🔹 1. XEV 9S vs XEV 9e: सबसे बड़ा फर्क 'सीटिंग और स्पेस' का
सबसे पहला और बुनियादी अंतर इन दोनों गाड़ियों की "आत्मा" में है।
- XEV 9e (Coupe SUV): यह एक 5-सीटर गाड़ी है। इसे उन लोगों के लिए बनाया गया है जो सड़क पर अपनी उपस्थिति (Road Presence) और स्टाइल को प्राथमिकता देते हैं। इसकी छत पीछे की तरफ झुकी हुई (sloping roofline) है, जो इसे एक स्पोर्टी और प्रीमियम लुक देती है।
- XEV 9S (Family SUV): यह महिंद्रा की पहली 7-सीटर इलेक्ट्रिक एसयूवी है। इसका डिजाइन XUV700 जैसा 'बॉक्सी' और सीधा है। इसका मुख्य उद्देश्य बड़े परिवारों को जगह देना है। अगर आपको पीछे की तीसरी पंक्ति (3rd Row) चाहिए, तो 9S ही एकमात्र विकल्प है।
विशेषज्ञ की राय: "अगर आप वीकेंड पर पूरे परिवार के साथ घूमना पसंद करते हैं, तो XEV 9S की तीसरी पंक्ति इसे 9e से मीलों आगे ले जाती है।"
🔹 2. डिजाइन और डायमेंशन: स्टाइल बनाम प्रैक्टिकलिटी
इन दोनों गाड़ियों को एक ही INGLO प्लेटफॉर्म पर बनाया गया है, लेकिन इनका बाहरी रूप पूरी तरह अलग है।
- डिजिटल और फ्यूचरिस्टिक लुक: XEV 9e का पिछला हिस्सा (Rear Profile) काफी आक्रामक और ढलान वाला है। इसमें बूट स्पेस तो अच्छा है, लेकिन पीछे बैठने वालों के लिए हेडरूम (सर लगने की जगह) थोड़ा सीमित हो सकता है।
- स्पेस का बादशाह: XEV 9S में छत को पीछे तक सीधा रखा गया है ताकि तीसरी पंक्ति में बैठने वाले यात्रियों को सर टकराने की दिक्कत न हो। इसमें आपको 4076 लीटर का संयुक्त केबिन स्पेस मिलता है, जो इसे अपनी श्रेणी में सबसे खुली और हवादार गाड़ी बनाता है।
🔹 3. कीमत का गणित: 7-सीटर सस्ती कैसे?
यह इस तुलना का सबसे चौंकाने वाला पहलू है। आमतौर पर बड़ी (7-सीटर) गाड़ियां महंगी होती हैं, लेकिन महिंद्रा ने यहाँ आक्रामक खेल खेला है।
| मॉडल | शुरुआती कीमत (Ex-showroom) | खासियत |
|---|---|---|
| Mahindra XEV 9S | ₹19.95 लाख* | 7-Seater, Family Focus |
| Mahindra XEV 9e | ₹21.90 लाख* | 5-Seater, Luxury Coupe |
*(कीमतें लॉन्च ऑफर्स और वेरिएंट्स के आधार पर बदल सकती हैं)
विश्लेषण: महिंद्रा ने XEV 9S की शुरुआती कीमत को XEV 9e से कम रखा है। इसका मतलब है कि कंपनी XEV 9S को 'मास मार्केट' (आम जनता) के लिए और XEV 9e को 'प्रीमियम/लक्जरी' ग्राहकों के लिए पोजिशन कर रही है। कम कीमत में ज्यादा सीटें मिलना भारतीय ग्राहकों को XEV 9S की तरफ खींच सकता है।
🔹 4. बैटरी, रेंज और परफॉर्मेंस (Battery & Specs)
चूंकि दोनों गाड़ियां एक ही डीएनए (INGLO आर्किटेक्चर) साझा करती हैं, इसलिए इनकी तकनीकी क्षमताएं काफी मिलती-जुलती हैं।
- बैटरी पैक: दोनों ही मॉडल्स में आपको 59 kWh और 79 kWh के बैटरी विकल्प मिलते हैं।
- रेंज (Range):
- XEV 9e (Coupe) अपने एयरोडायनामिक डिजाइन (हवा को चीरने की क्षमता) के कारण थोड़ी बेहतर रेंज दे सकती है। कंपनी का दावा 656 km (MIDC) तक का है।
- XEV 9S अपने भारी वजन और बॉक्सी डिजाइन के कारण रेंज में मामूली रूप से (10-20 किमी) पीछे रह सकती है, लेकिन रियल वर्ल्ड में यह अंतर न के बराबर होगा।
- पावर: दोनों में समान मोटर सेटअप है जो लगभग 231 PS से 285 PS तक की पावर जेनरेट करता है। 0-100 की रफ़्तार पकड़ने में XEV 9e थोड़ी फुर्तीली हो सकती है।
🔹 5. फीचर्स और इंटीरियर: क्या है खास?
महिंद्रा ने केबिन के अनुभव में कोई कमी नहीं छोड़ी है।
- ट्रिपल स्क्रीन सेटअप: दोनों गाड़ियों के टॉप मॉडल में डैशबोर्ड पर तीन स्क्रीन (ड्राइवर, सेंट्रल इंफोटेनमेंट, और पैसेंजर स्क्रीन) मिलने की उम्मीद है। यह फीचर इस सेगमेंट में पहली बार देखा जा रहा है।
- XEV 9S के एक्स्ट्रा फीचर्स: चूँकि यह एक 7-सीटर है, इसमें आपको सेकेंड और थर्ड रो के लिए समर्पित AC वेंट्स, चार्जिंग पोर्ट्स और कप होल्डर्स की सुविधा मिलेगी, जो XEV 9e में (पीछे की तरफ) उतनी व्यापक नहीं होगी।
- पैनोरमिक सनरूफ: दोनों में बड़ी ग्लास रूफ है, लेकिन XEV 9S में यह केबिन को और भी ज्यादा विशाल महसूस कराती है।
🔹 6. Expert Analysis: आपको कौन सी चुननी चाहिए?
एक ऑटो जर्नलिस्ट के तौर पर, मेरा विश्लेषण स्पष्ट है:
- Mahindra XEV 9e चुनें यदि: आप युवा हैं, टेक-सेवी हैं, और आपको गाड़ी के 'लुक्स' से प्यार है। अगर आपके परिवार में 4-5 लोग ही हैं और आप एक ऐसी कार चाहते हैं जो सड़क पर चलते हुए मर्सिडीज या ऑडी जैसी कूपे एसयूवी को टक्कर दे, तो ₹2 लाख एक्स्ट्रा खर्च करना जायज है।
- Mahindra XEV 9S चुनें यदि: आप एक व्यावहारिक खरीदार हैं। अगर आपके पास बड़ा परिवार है, या आप अक्सर लंबी यात्राओं पर जाते हैं और ज्यादा सामान ले जाते हैं, तो XEV 9S एक 'वैल्यू फॉर मनी' प्रोडक्ट है। ₹19.95 लाख में एक फुल-साइज 7-सीटर इलेक्ट्रिक एसयूवी मिलना बाज़ार में एक "किलर डील" है।
📝 निष्कर्ष (Conclusion)
महिंद्रा ने XEV 9S और XEV 9e के साथ बाजार के दोनों सिरों को पकड़ने की कोशिश की है। जहाँ XEV 9e 'दिल' (Style & Status) को अपील करती है, वहीं XEV 9S 'दिमाग' (Utility & Value) का सौदा है।
भविष्य को देखते हुए, मेरा मानना है कि भारत जैसे देश में जहाँ परिवार और स्पेस मायने रखते हैं, XEV 9S की बिक्री XEV 9e से ज्यादा हो सकती है, खासकर इसकी आक्रामक कीमत को देखते हुए। टाटा और अन्य कंपनियों को अब अपनी रणनीति पर दोबारा विचार करना होगा।