सचिन तेंदुलकर का बड़ा खुलासा: धोनी की वर्ल्ड कप रणनीति से बकनर की माफी तक, जानिए मास्टर ब्लास्टर के अनसुने राज़

सचिन तेंदुलकर ने 'आस्क मी एनीथिंग' सेशन में खोले कई राज़। जानें 2011 वर्ल्ड कप में धोनी को क्यों भेजा गया ऊपर, अंपायर स्टीव बकनर की माफी और जो रूट पर भविष्यवाणी।

सचिन तेंदुलकर का बड़ा खुलासा: धोनी की वर्ल्ड कप रणनीति से बकनर की माफी तक, जानिए मास्टर ब्लास्टर के अनसुने राज़
सचिन तेंदुलकर आस्क मी एनीथिंग, क्रिकेट के खुलासे, धोनी, स्टीव बकनर, जो रूट, अर्जुन तेंदुलकर।

दैनिक रियल्टी ब्यूरो | By: Neeraj Ahlawat Publish Date: 27 Aug 2025

सचिन तेंदुलकर के बड़े राज़ खुले: धोनी की वर्ल्ड कप रणनीति से बकनर की माफी तक, मास्टर ब्लास्टर ने खुद बताए अनसुने किस्से

मुंबई: क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने हाल ही में अपने फैंस के लिए एक 'आस्क मी एनीथिंग' (AMA) सेशन का आयोजन किया। 25 अगस्त, 2025 को रेडिट के जरिए आयोजित इस सेशन में सचिन ने कई दिलचस्प और अब तक अनसुने राज़ से पर्दा उठाया। 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में महेंद्र सिंह धोनी के बैटिंग ऑर्डर से लेकर अंपायर स्टीव बकनर की माफी और इंग्लैंड के मौजूदा टेस्ट कप्तान जो रूट पर उनकी दूरदर्शी भविष्यवाणी तक, सचिन ने हर सवाल का बेबाकी से जवाब दिया। भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह ब्रेकिंग खबर है, क्योंकि उन्हें सीधे सचिन तेंदुलकर से इन ऐतिहासिक पलों के पीछे की सच्चाई जानने का मौका मिला है। इस सेशन से न केवल क्रिकेट प्रेमियों को अहम जानकारियाँ मिलीं, बल्कि कई मजेदार पल भी सामने आए।


स्टीव बकनर की 'बड़ी गलती' और सचिन का मजेदार जवाब

अंपायरिंग की गलतियों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहे स्टीव बकनर ने आखिरकार सचिन तेंदुलकर से माफी मांग ली है, यह खुलासा खुद सचिन ने किया। सचिन ने दो घटनाओं का जिक्र किया जहां बकनर के गलत फैसलों के कारण उन्हें आउट दिया गया था। पहली घटना साल 2003 में ऑस्ट्रेलिया के गाबा मैदान पर भारत और ऑस्ट्रेलिया के पहले टेस्ट मैच के दौरान हुई थी। जैसन गिलस्पी की गेंद पर सचिन को एलबीडब्ल्यू आउट दिया गया, जबकि गेंद विकेट के ऊपर से जा रही थी। सचिन इस पारी में बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए थे।

दूसरी घटना साल 2005 में कोलकाता में पाकिस्तान के खिलाफ एक टेस्ट मैच में हुई, जब सचिन 52 रन पर खेल रहे थे। अब्दुल रजाक की गेंद पर उन्हें विकेट के पीछे कैच आउट दे दिया गया था। हालांकि, रिप्ले में साफ दिखा था कि गेंद बल्ले को छूकर नहीं निकली थी। इन दोनों गलतियों के लिए बकनर ने 2019-20 में माफी मांगी और कहा कि 'गलती इंसान से ही होती है'। इस घटना को याद करते हुए सचिन ने मजाकिया लहजे में कहा कि जब मैं बल्लेबाजी करूं, तो अंपायर स्टीव बकनर को बॉक्सिंग ग्लव्स पहना देने चाहिए, ताकि वह उंगली न उठा पाएं।


वर्ल्ड कप 2011: धोनी को युवराज से पहले भेजने का 'मास्टरमाइंड' सचिन

एक फैन ने 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में महेंद्र सिंह धोनी के बैटिंग ऑर्डर को लेकर वीरेंद्र सहवाग के बयान का जिक्र करते हुए पूछा कि क्या धोनी को युवराज से पहले बल्लेबाजी करने के लिए भेजना सचिन का फैसला था। इस सवाल के जवाब में सचिन ने 'हां' कहा और इसके पीछे की पूरी क्रोनोलॉजी समझाई। उन्होंने बताया कि इस फैसले की दो मुख्य वजहें थीं:

  1. लेफ्ट-राइट कॉम्बिनेशन: श्रीलंका के दो ऑफ स्पिनरों (मुथैया मुरलीधरन और तिलकरत्ने दिलशान) के सामने लेफ्ट-राइट बैटिंग कॉम्बिनेशन उनकी लय बिगाड़ सकता था। युवराज सिंह लेफ्ट-हैंडर थे, जबकि धोनी राइट-हैंडर।
  2. मुरलीधरन का अनुभव: मुरलीधरन 2008 से 2010 तक चेन्नई सुपर किंग्स के लिए धोनी के साथ खेल चुके थे। धोनी ने तीन सीजन तक नेट्स में उनकी गेंदबाजी का सामना किया था, जिससे उन्हें मुरलीधरन की गेंदबाजी की अच्छी समझ थी।

यह फैसला शानदार साबित हुआ, क्योंकि धोनी ने 91 रनों की नाबाद पारी खेली और मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भारत को श्रीलंका के खिलाफ ऐतिहासिक वर्ल्ड कप जीत दिलाई। दिलचस्प बात यह है कि कप्तान खुद महेंद्र सिंह धोनी थे, लेकिन बैटिंग ऑर्डर सेट करने का निर्णय सचिन तेंदुलकर ने लिया था।


सचिन की 'सबसे खास' पारी और भारतीय क्रिकेट की विरासत

जब सचिन से उनकी पसंदीदा पारी के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने 2008 में चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई अपनी नाबाद 103 रन की पारी को सबसे खास बताया। इस पारी की बदौलत भारत ने चौथी पारी में 387 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा किया और केविन पीटरसन की कप्तानी वाली इंग्लैंड को छह विकेट से हराया। भारत ने वह दो टेस्ट मैचों की सीरीज 1-0 से जीती थी।

अपनी विरासत को लेकर पूछे गए सवाल पर कि क्या विराट कोहली और रोहित शर्मा के हाथों में उनकी विरासत सही थी, सचिन ने बहुत गर्मजोशी से जवाब दिया। उन्होंने कहा, "हां, विराट और रोहित ने कई बार भारत का सर गर्व से ऊंचा किया है। भारतीय क्रिकेट अच्छे हाथों में है और उन्होंने इंग्लैंड में भी शानदार प्रदर्शन किया है।" सचिन ने यह भी कहा कि इस विरासत को आगे ले जाने के लिए कई दावेदार हैं। गौरतलब है कि विराट कोहली का नाम सचिन के साथ तभी से जोड़ा जाने लगा था जब उन्होंने 2011 वर्ल्ड कप जीत के बाद सचिन को अपने कंधों पर उठाकर घुमाया था।


जो रूट पर सचिन की 'दूरदर्शी' भविष्यवाणी: इंग्लैंड का भविष्य का कप्तान

सचिन तेंदुलकर ने इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान जो रूट से जुड़ा एक और दिलचस्प किस्सा साझा किया। उन्होंने बताया कि 2012 में नागपुर में रूट के डेब्यू टेस्ट के दौरान, जब उन्होंने रूट को पहली बार देखा, तो उन्होंने अपनी टीम से कहा था कि "यह इंग्लैंड का भविष्य का कप्तान है"। सचिन रूट के स्ट्राइक रोटेट करने के तरीके और भारतीय स्पिनरों के सामने उनके शॉट्स से बहुत प्रभावित हुए थे। उन्होंने कहा, "ऐसा मैंने पहले किसी और टीम के खिलाड़ी में नहीं देखा। उस पल मुझे पता था कि वह एक बड़ा खिलाड़ी बनेगा"। हाल ही में, एंडरसन तेंदुलकर ट्रॉफी में रूट ने 13,000 टेस्ट रन पूरे किए हैं और अब वह सचिन के 15,921 टेस्ट रनों के रिकॉर्ड से सिर्फ 2378 रन पीछे हैं।


अर्जुन तेंदुलकर की सगाई और AMA सेशन के 'मजेदार पल'

इस सेशन के दौरान सचिन तेंदुलकर ने अपनी निजी जिंदगी से जुड़ी एक बड़ी खबर भी साझा की। उन्होंने पुष्टि की कि उनके बेटे अर्जुन तेंदुलकर की सगाई हो गई है। अर्जुन की सगाई सानिया चंदोक से हुई है, जो बिजनेसमैन रवि घई की पोती हैं।

AMA सेशन में एक मजेदार बात तब हुई जब एक यूजर को संदेह हुआ कि क्या यह वाकई मास्टर ब्लास्टर का अकाउंट है। फैन ने लिखा, "सच में सचिन तेंदुलकर हैं क्या? प्लीज वेरिफिकेशन के लिए वॉइस नोट भेजें।" इस पर सचिन ने अपने शांत लेकिन मजाकिया अंदाज में जवाब दिया, "अब आधार कार्ड भी भेजूं क्या?" यह जवाब तुरंत वायरल हो गया और सेशन का मूड और भी मजेदार बना दिया। उन्होंने एक तस्वीर भी शेयर की।


FAQs

प्र 1: 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में धोनी को युवराज से पहले क्यों भेजा गया था? उ: सचिन तेंदुलकर के अनुसार, धोनी को लेफ्ट-राइट बैटिंग कॉम्बिनेशन बनाने और मुरलीधरन के खिलाफ नेट्स में उनके अनुभव का लाभ उठाने के लिए युवराज से पहले भेजा गया था।

प्र 2: अंपायर स्टीव बकनर ने सचिन तेंदुलकर से कब और क्यों माफी मांगी? उ: स्टीव बकनर ने 2019-20 में दो गलत फैसलों के लिए माफी मांगी - 2003 में ऑस्ट्रेलिया में एलबीडब्ल्यू और 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ कोलकाता में कॉट बिहाइंड, दोनों में सचिन को गलत आउट दिया गया था।

प्र 3: सचिन तेंदुलकर की पसंदीदा टेस्ट पारी कौन सी है? उ: सचिन ने 2008 में चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई अपनी नाबाद 103 रनों की पारी को सबसे खास बताया, जिसने भारत को 387 रनों का लक्ष्य चेज करने में मदद की।

प्र 4: सचिन तेंदुलकर ने जो रूट के बारे में क्या भविष्यवाणी की थी? उ: सचिन ने 2012 में जो रूट के डेब्यू टेस्ट के दौरान ही भविष्यवाणी कर दी थी कि वह इंग्लैंड के भविष्य के कप्तान बनेंगे, उनकी स्ट्राइक रोटेशन और स्पिन के खिलाफ खेलने की क्षमता से प्रभावित होकर।

प्र 5: क्या सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर की सगाई हो गई है? उ: हां, सचिन तेंदुलकर ने इस बात की पुष्टि की है कि उनके बेटे अर्जुन तेंदुलकर की सगाई सानिया चंदोक से हो गई है।


नीरज अहलावत | संस्थापक एवं मुख्य संपादक — Dainik Reality News Dainik Reality News में हम खबरों को केवल प्रकाशित नहीं करते, समझते हैं, विश्लेषित करते हैं, और तथ्यों की पुष्टि के बाद ही आपके सामने रखते हैं। हमारा विश्वास है कि पत्रकारिता केवल सूचना का माध्यम नहीं—एक ज़िम्मेदारी है। इसी विचारधारा के साथ नीरज अहलावत, Dainik Reality News के संस्थापक एवं मुख्य संपादक, वर्तमान डिजिटल पत्रकारिता जगत में एक प्रखर और विश्वसनीय नाम के रूप में स्थापित हुए हैं। पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया में 10+ वर्षों का गहन अनुभव रखते हुए उन्होंने राजनीति, अर्थव्यवस्था, अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य और सामाजिक मुद्दों पर लगातार शोध-आधारित रिपोर्टिंग की है। उनके लेख वस्तुनिष्ठता, तथ्य-आधारित विश्लेषण और संतुलित दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं। नी‍रज का मानना है कि "खबर सिर्फ़ लिखी नहीं जाती, उसकी आत्मा समझनी होती है।" इसी सोच ने Dainik Reality News को पारदर्शिता और सत्यनिष्ठा की राह पर आगे बढ़ाया। नीरज अहलावत न सिर्फ़ एक संपादक हैं, बल्कि Digital Strategy, SEO एवं Web Media Growth के विशेषज्ञ भी हैं। आधुनिक तकनीक, एल्गोरिथ्म और यूज़र व्यवहार की गहराई को समझते हुए वे न्यूज़ इकोसिस्टम को नए युग की पत्रकारिता के साथ जोड़ते हैं — ताकि ज़रूरी मुद्दे केवल लिखे ना जाएँ, लोगों तक पहुँचें भी। प्रमुख कार्यक्षेत्र एवं विशेषज्ञता ✔ राजनीतिक एवं आर्थिक विश्लेषण ✔ डिजिटल पत्रकारिता एवं रिपोर्टिंग ✔ मीडिया रणनीति, SEO और कंटेंट विस्तार ✔ राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय समसामयिक विषय ✔ तथ्यात्मक अनुसंधान एवं निष्पक्ष लेखन Articles by Author

सचिन तेंदुलकर का बड़ा खुलासा: धोनी की वर्ल्ड कप रणनीति से बकनर की माफी तक, जानिए मास्टर ब्लास्टर के अनसुने राज़

सचिन तेंदुलकर ने 'आस्क मी एनीथिंग' सेशन में खोले कई राज़। जानें 2011 वर्ल्ड कप में धोनी को क्यों भेजा गया ऊपर, अंपायर स्टीव बकनर की माफी और जो रूट पर भविष्यवाणी।

सचिन तेंदुलकर का बड़ा खुलासा: धोनी की वर्ल्ड कप रणनीति से बकनर की माफी तक, जानिए मास्टर ब्लास्टर के अनसुने राज़
सचिन तेंदुलकर आस्क मी एनीथिंग, क्रिकेट के खुलासे, धोनी, स्टीव बकनर, जो रूट, अर्जुन तेंदुलकर।

दैनिक रियल्टी ब्यूरो | By: Neeraj Ahlawat Publish Date: 27 Aug 2025

सचिन तेंदुलकर के बड़े राज़ खुले: धोनी की वर्ल्ड कप रणनीति से बकनर की माफी तक, मास्टर ब्लास्टर ने खुद बताए अनसुने किस्से

मुंबई: क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने हाल ही में अपने फैंस के लिए एक 'आस्क मी एनीथिंग' (AMA) सेशन का आयोजन किया। 25 अगस्त, 2025 को रेडिट के जरिए आयोजित इस सेशन में सचिन ने कई दिलचस्प और अब तक अनसुने राज़ से पर्दा उठाया। 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में महेंद्र सिंह धोनी के बैटिंग ऑर्डर से लेकर अंपायर स्टीव बकनर की माफी और इंग्लैंड के मौजूदा टेस्ट कप्तान जो रूट पर उनकी दूरदर्शी भविष्यवाणी तक, सचिन ने हर सवाल का बेबाकी से जवाब दिया। भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह ब्रेकिंग खबर है, क्योंकि उन्हें सीधे सचिन तेंदुलकर से इन ऐतिहासिक पलों के पीछे की सच्चाई जानने का मौका मिला है। इस सेशन से न केवल क्रिकेट प्रेमियों को अहम जानकारियाँ मिलीं, बल्कि कई मजेदार पल भी सामने आए।


स्टीव बकनर की 'बड़ी गलती' और सचिन का मजेदार जवाब

अंपायरिंग की गलतियों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहे स्टीव बकनर ने आखिरकार सचिन तेंदुलकर से माफी मांग ली है, यह खुलासा खुद सचिन ने किया। सचिन ने दो घटनाओं का जिक्र किया जहां बकनर के गलत फैसलों के कारण उन्हें आउट दिया गया था। पहली घटना साल 2003 में ऑस्ट्रेलिया के गाबा मैदान पर भारत और ऑस्ट्रेलिया के पहले टेस्ट मैच के दौरान हुई थी। जैसन गिलस्पी की गेंद पर सचिन को एलबीडब्ल्यू आउट दिया गया, जबकि गेंद विकेट के ऊपर से जा रही थी। सचिन इस पारी में बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए थे।

दूसरी घटना साल 2005 में कोलकाता में पाकिस्तान के खिलाफ एक टेस्ट मैच में हुई, जब सचिन 52 रन पर खेल रहे थे। अब्दुल रजाक की गेंद पर उन्हें विकेट के पीछे कैच आउट दे दिया गया था। हालांकि, रिप्ले में साफ दिखा था कि गेंद बल्ले को छूकर नहीं निकली थी। इन दोनों गलतियों के लिए बकनर ने 2019-20 में माफी मांगी और कहा कि 'गलती इंसान से ही होती है'। इस घटना को याद करते हुए सचिन ने मजाकिया लहजे में कहा कि जब मैं बल्लेबाजी करूं, तो अंपायर स्टीव बकनर को बॉक्सिंग ग्लव्स पहना देने चाहिए, ताकि वह उंगली न उठा पाएं।


वर्ल्ड कप 2011: धोनी को युवराज से पहले भेजने का 'मास्टरमाइंड' सचिन

एक फैन ने 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में महेंद्र सिंह धोनी के बैटिंग ऑर्डर को लेकर वीरेंद्र सहवाग के बयान का जिक्र करते हुए पूछा कि क्या धोनी को युवराज से पहले बल्लेबाजी करने के लिए भेजना सचिन का फैसला था। इस सवाल के जवाब में सचिन ने 'हां' कहा और इसके पीछे की पूरी क्रोनोलॉजी समझाई। उन्होंने बताया कि इस फैसले की दो मुख्य वजहें थीं:

  1. लेफ्ट-राइट कॉम्बिनेशन: श्रीलंका के दो ऑफ स्पिनरों (मुथैया मुरलीधरन और तिलकरत्ने दिलशान) के सामने लेफ्ट-राइट बैटिंग कॉम्बिनेशन उनकी लय बिगाड़ सकता था। युवराज सिंह लेफ्ट-हैंडर थे, जबकि धोनी राइट-हैंडर।
  2. मुरलीधरन का अनुभव: मुरलीधरन 2008 से 2010 तक चेन्नई सुपर किंग्स के लिए धोनी के साथ खेल चुके थे। धोनी ने तीन सीजन तक नेट्स में उनकी गेंदबाजी का सामना किया था, जिससे उन्हें मुरलीधरन की गेंदबाजी की अच्छी समझ थी।

यह फैसला शानदार साबित हुआ, क्योंकि धोनी ने 91 रनों की नाबाद पारी खेली और मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भारत को श्रीलंका के खिलाफ ऐतिहासिक वर्ल्ड कप जीत दिलाई। दिलचस्प बात यह है कि कप्तान खुद महेंद्र सिंह धोनी थे, लेकिन बैटिंग ऑर्डर सेट करने का निर्णय सचिन तेंदुलकर ने लिया था।


सचिन की 'सबसे खास' पारी और भारतीय क्रिकेट की विरासत

जब सचिन से उनकी पसंदीदा पारी के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने 2008 में चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई अपनी नाबाद 103 रन की पारी को सबसे खास बताया। इस पारी की बदौलत भारत ने चौथी पारी में 387 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा किया और केविन पीटरसन की कप्तानी वाली इंग्लैंड को छह विकेट से हराया। भारत ने वह दो टेस्ट मैचों की सीरीज 1-0 से जीती थी।

अपनी विरासत को लेकर पूछे गए सवाल पर कि क्या विराट कोहली और रोहित शर्मा के हाथों में उनकी विरासत सही थी, सचिन ने बहुत गर्मजोशी से जवाब दिया। उन्होंने कहा, "हां, विराट और रोहित ने कई बार भारत का सर गर्व से ऊंचा किया है। भारतीय क्रिकेट अच्छे हाथों में है और उन्होंने इंग्लैंड में भी शानदार प्रदर्शन किया है।" सचिन ने यह भी कहा कि इस विरासत को आगे ले जाने के लिए कई दावेदार हैं। गौरतलब है कि विराट कोहली का नाम सचिन के साथ तभी से जोड़ा जाने लगा था जब उन्होंने 2011 वर्ल्ड कप जीत के बाद सचिन को अपने कंधों पर उठाकर घुमाया था।


जो रूट पर सचिन की 'दूरदर्शी' भविष्यवाणी: इंग्लैंड का भविष्य का कप्तान

सचिन तेंदुलकर ने इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान जो रूट से जुड़ा एक और दिलचस्प किस्सा साझा किया। उन्होंने बताया कि 2012 में नागपुर में रूट के डेब्यू टेस्ट के दौरान, जब उन्होंने रूट को पहली बार देखा, तो उन्होंने अपनी टीम से कहा था कि "यह इंग्लैंड का भविष्य का कप्तान है"। सचिन रूट के स्ट्राइक रोटेट करने के तरीके और भारतीय स्पिनरों के सामने उनके शॉट्स से बहुत प्रभावित हुए थे। उन्होंने कहा, "ऐसा मैंने पहले किसी और टीम के खिलाड़ी में नहीं देखा। उस पल मुझे पता था कि वह एक बड़ा खिलाड़ी बनेगा"। हाल ही में, एंडरसन तेंदुलकर ट्रॉफी में रूट ने 13,000 टेस्ट रन पूरे किए हैं और अब वह सचिन के 15,921 टेस्ट रनों के रिकॉर्ड से सिर्फ 2378 रन पीछे हैं।


अर्जुन तेंदुलकर की सगाई और AMA सेशन के 'मजेदार पल'

इस सेशन के दौरान सचिन तेंदुलकर ने अपनी निजी जिंदगी से जुड़ी एक बड़ी खबर भी साझा की। उन्होंने पुष्टि की कि उनके बेटे अर्जुन तेंदुलकर की सगाई हो गई है। अर्जुन की सगाई सानिया चंदोक से हुई है, जो बिजनेसमैन रवि घई की पोती हैं।

AMA सेशन में एक मजेदार बात तब हुई जब एक यूजर को संदेह हुआ कि क्या यह वाकई मास्टर ब्लास्टर का अकाउंट है। फैन ने लिखा, "सच में सचिन तेंदुलकर हैं क्या? प्लीज वेरिफिकेशन के लिए वॉइस नोट भेजें।" इस पर सचिन ने अपने शांत लेकिन मजाकिया अंदाज में जवाब दिया, "अब आधार कार्ड भी भेजूं क्या?" यह जवाब तुरंत वायरल हो गया और सेशन का मूड और भी मजेदार बना दिया। उन्होंने एक तस्वीर भी शेयर की।


FAQs

प्र 1: 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में धोनी को युवराज से पहले क्यों भेजा गया था? उ: सचिन तेंदुलकर के अनुसार, धोनी को लेफ्ट-राइट बैटिंग कॉम्बिनेशन बनाने और मुरलीधरन के खिलाफ नेट्स में उनके अनुभव का लाभ उठाने के लिए युवराज से पहले भेजा गया था।

प्र 2: अंपायर स्टीव बकनर ने सचिन तेंदुलकर से कब और क्यों माफी मांगी? उ: स्टीव बकनर ने 2019-20 में दो गलत फैसलों के लिए माफी मांगी - 2003 में ऑस्ट्रेलिया में एलबीडब्ल्यू और 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ कोलकाता में कॉट बिहाइंड, दोनों में सचिन को गलत आउट दिया गया था।

प्र 3: सचिन तेंदुलकर की पसंदीदा टेस्ट पारी कौन सी है? उ: सचिन ने 2008 में चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई अपनी नाबाद 103 रनों की पारी को सबसे खास बताया, जिसने भारत को 387 रनों का लक्ष्य चेज करने में मदद की।

प्र 4: सचिन तेंदुलकर ने जो रूट के बारे में क्या भविष्यवाणी की थी? उ: सचिन ने 2012 में जो रूट के डेब्यू टेस्ट के दौरान ही भविष्यवाणी कर दी थी कि वह इंग्लैंड के भविष्य के कप्तान बनेंगे, उनकी स्ट्राइक रोटेशन और स्पिन के खिलाफ खेलने की क्षमता से प्रभावित होकर।

प्र 5: क्या सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर की सगाई हो गई है? उ: हां, सचिन तेंदुलकर ने इस बात की पुष्टि की है कि उनके बेटे अर्जुन तेंदुलकर की सगाई सानिया चंदोक से हो गई है।


नीरज अहलावत | संस्थापक एवं मुख्य संपादक — Dainik Reality News Dainik Reality News में हम खबरों को केवल प्रकाशित नहीं करते, समझते हैं, विश्लेषित करते हैं, और तथ्यों की पुष्टि के बाद ही आपके सामने रखते हैं। हमारा विश्वास है कि पत्रकारिता केवल सूचना का माध्यम नहीं—एक ज़िम्मेदारी है। इसी विचारधारा के साथ नीरज अहलावत, Dainik Reality News के संस्थापक एवं मुख्य संपादक, वर्तमान डिजिटल पत्रकारिता जगत में एक प्रखर और विश्वसनीय नाम के रूप में स्थापित हुए हैं। पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया में 10+ वर्षों का गहन अनुभव रखते हुए उन्होंने राजनीति, अर्थव्यवस्था, अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य और सामाजिक मुद्दों पर लगातार शोध-आधारित रिपोर्टिंग की है। उनके लेख वस्तुनिष्ठता, तथ्य-आधारित विश्लेषण और संतुलित दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं। नी‍रज का मानना है कि "खबर सिर्फ़ लिखी नहीं जाती, उसकी आत्मा समझनी होती है।" इसी सोच ने Dainik Reality News को पारदर्शिता और सत्यनिष्ठा की राह पर आगे बढ़ाया। नीरज अहलावत न सिर्फ़ एक संपादक हैं, बल्कि Digital Strategy, SEO एवं Web Media Growth के विशेषज्ञ भी हैं। आधुनिक तकनीक, एल्गोरिथ्म और यूज़र व्यवहार की गहराई को समझते हुए वे न्यूज़ इकोसिस्टम को नए युग की पत्रकारिता के साथ जोड़ते हैं — ताकि ज़रूरी मुद्दे केवल लिखे ना जाएँ, लोगों तक पहुँचें भी। प्रमुख कार्यक्षेत्र एवं विशेषज्ञता ✔ राजनीतिक एवं आर्थिक विश्लेषण ✔ डिजिटल पत्रकारिता एवं रिपोर्टिंग ✔ मीडिया रणनीति, SEO और कंटेंट विस्तार ✔ राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय समसामयिक विषय ✔ तथ्यात्मक अनुसंधान एवं निष्पक्ष लेखन Articles by Author
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