Singham Returns: पानीपत पुलिस में सिंघम की धमाकेदार वापसी, अब हटेगा अतिक्रमण और जाम?
Singham की पानीपत पुलिस में धमाकेदार वापसी। ढाई साल पहले भ्रष्टाचार रोकने पर हुए थे बर्खास्त। अब हाईकोर्ट के आदेश पर DGP ने दी बहाली। शहर को मिलेगा जाम और अतिक्रमण से छुटकारा।
By: दैनिक रियल्टी ब्यूरो | Date: | 14 Oct 2025
पानीपत: ब्रेकिंग न्यूज़! ढाई साल के लंबे 'वनवास' के बाद, पानीपत के मशहूर ईएचसी आशीष कुमार उर्फ Singham की पुलिस विभाग में वापसी हो गई है। पुलिस महानिदेशक (DGP) के आदेश पर उन्हें बहाल कर दिया गया है, जिसके बाद आज 13 अक्टूबर 2025 को उन्होंने जिला सचिवालय स्थित एसपी कार्यालय में अपनी ड्यूटी फिर से ज्वाइन कर ली। यह खबर उन शहरवासियों के लिए बड़ी राहत लेकर आई है, जिन्होंने उनके कार्यकाल के दौरान बाजारों से अतिक्रमण हटने और सड़कों से जाम कम होने के उनके प्रयास को बहुत सराहा था। अपनी बहाली के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए Singham ने स्पष्ट किया है कि उनकी ड्यूटी जहां भी लगाई जाएगी, वह वहां पहले से भी ज्यादा निष्ठा और जोश के साथ लोगों की सेवा करेंगे। उन्होंने यह भी कहा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी लड़ाई अब भी जारी रहेगी। उनकी वापसी के बाद अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या शहर की सड़कों पर पसरा अतिक्रमण और जाम की पुरानी समस्या एक बार फिर से खत्म हो पाएगी।
सिंघम की वापसी: हाईकोर्ट के आदेश पर DGP ने दी बहाली
ईएचसी आशीष कुमार उर्फ Singham की पुलिस सेवा में वापसी पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के एक महत्वपूर्ण आदेश के अनुपालन में हुई है। हाईकोर्ट ने 24 जुलाई 2025 को सक्षम प्राधिकारी को यह निर्देश दिया था कि वे दो महीने के भीतर आशीष कुमार की पुनरीक्षण याचिका (Revision Petition) पर फैसला लें। इसी आदेश का पालन करते हुए, हरियाणा के डीजीपी (DGP) ने उनकी बहाली को मंजूर कर दिया है। बहाली से पहले, आशीष कुमार को 26 सितंबर 2025 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से व्यक्तिगत रूप से सुना गया था। उन्होंने आईजी करनाल रेंज द्वारा 10 सितंबर 2024 को दिए गए बर्खास्तगी के आदेश के खिलाफ याचिका दायर की थी, जिसे अब स्वीकार कर लिया गया है। अपनी ढाई साल की बर्खास्तगी की अवधि को Singham ने 'ढाई साल का वनवास' बताया और कहा कि इस दौरान उन्होंने अपना लगभग 90% समय पेड़-पौधे लगाने में व्यतीत किया। ड्यूटी ज्वाइन करने के बाद उनका कहना था कि उन्हें न्याय प्रणाली पर पूरा विश्वास है। उन्हें कल ही ड्यूटी ज्वाइन करने का संदेश प्राप्त हुआ था, जिसके बाद वह लेटर लेकर एसपी ऑफिस पहुंचे।
भ्रष्टाचार रोकने पर मिली थी गाली गलौज और नौकरी से बर्खास्तगी
ईएचसी आशीष उर्फ सिंघम ने मीडिया के सामने खुलकर बताया कि उनकी बर्खास्तगी के पीछे की पूरी कहानी क्या थी। उन्होंने कहा कि वह एक पुलिसकर्मी को भ्रष्टाचार करने से रोकने गए थे, लेकिन इसके बदले में उनके साथ ही मारपीट की गई, गाली गलौज किया गया, और उन्हें गलत तरीके से जेल डाल कर नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया। उन्होंने इस पूरी घटना को 'व्यवस्था पर सवालिया निशान' बताया है। Singham ने यह भी स्पष्ट किया कि जिन्होंने यह भ्रष्टाचार किया था, जिन्होंने मारपीट और गाली गलौज की थी, और जिन्होंने गलत तरीके से उन पर मुकदमा बनाकर टर्मिनेशन किया था, अब वह उन सभी के बारे में ऊपर तक (सीएम से लेकर डीजीपी तक) मुलाकात करेंगे। उन्होंने दोहराया कि वह विभाग में भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई ज्यों की त्यों लड़ते रहेंगे, क्योंकि हर व्यक्ति को यह लड़ाई लड़नी चाहिए।
टोल प्लाजा विवाद और दिवंगत DSP के बेटे पर की थी कार्यवाही (The Incident)
आशीष उर्फ सिंघम की कार्यप्रणाली हमेशा ही चर्चा में रही थी, खासकर तब जब उनकी ड्यूटी जीटी रोड पर बाबरपुर ट्रैफिक थाने में लगी हुई थी। वह टोल प्लाजा पर ड्यूटी के दौरान पुलिस या आर्मी का कार्ड दिखाकर मुफ्त में टोल क्रॉस करने वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाई करते थे। एक बार उन्होंने पानीपत जेल के दिवंगत डीएसपी जोगेंद्र देशवाल के बेटे की गाड़ी भी पकड़ी थी, जो कार्ड का प्रयोग कर टोल क्रॉस कर रहा था। डीएसपी के बेटे ने जब फोन पर अपने पिता से Singham की बात करवाई, तो Singham ने डीएसपी से साफ शब्दों में कहा था कि जिस जेल के आप डीएसपी हैं, अगर आप खुद के अलावा दूसरे को कार्ड का प्रयोग करने देंगे, तो यह गैरकानूनी है, और आपको उसी जेल में बंद होना पड़ सकता है। Singham की कार्यप्रणाली को दर्शाने वाले कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे, जिसके बाद उन पर कार्यवाही की गई थी और 3 साल पहले उन्हें नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था।
पानीपत से अतिक्रमण हटाने का नया संकल्प
शहरवासियों को Singham से सबसे बड़ी उम्मीद यह है कि उनकी वापसी से पानीपत एक बार फिर जाम और अतिक्रमण मुक्त हो सकता है। जब मीडिया ने उनसे इस बारे में पूछा, तो उन्होंने पूरा आत्मविश्वास दिखाया। Singham ने कहा कि अगर सरकार उन्हें यह जिम्मेदारी देती है, तो वह पहले की तरह ही शहर को साफ-सुथरा कर देंगे और अतिक्रमण हटा देंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि यदि उन्हें अतिक्रमण हटाओ अभियान में ड्यूटी मिलती है, तो प्रशासन को ज्यादा दुखी होने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
- Singham के मुख्य वादे:
- वह एक सप्ताह के अंदर सभी अच्छी व्यवस्था बना देंगे।
- इससे किसी दुकानदार को कोई परेशानी नहीं होगी।
- आने-जाने वाले कस्टमर या आम जनता को भी कोई असुविधा नहीं होगी।
- अगर मौका मिला तो वह पहले से भी ज्यादा शहर की सेवा करेंगे।
उन्होंने कहा कि ड्यूटी करने का अपना-अपना तरीका होता है, और वह किसी भी प्रशासन पर भारी नहीं पड़ना चाहते, बल्कि व्यवस्था सुधारना चाहते हैं। उन्हें दुकानदारों और शहर के लोगों का भी भरपूर प्यार और समर्थन मिला था, जिसके लिए उन्होंने सभी का धन्यवाद किया।
डीजीपी तक शिकायत लेकर जाएंगे बर्खास्तगी करने वालों के खिलाफ
अपनी बहाली के बाद, Singham ने स्पष्ट कर दिया है कि उनका अगला कदम उन अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करवाना होगा, जिनकी वजह से उन्हें गलत तरीके से बर्खास्त किया गया था। उन्होंने कहा कि वह उन लोगों के बारे में भी ऊपर तक मुलाकात करेंगे जिन्होंने भ्रष्टाचार किया, गाली गलौज किया, मारपीट की, और गलत मुकदमा बनाया था। उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री (CM) से लेकर डीजीपी (DGP) तक सभी से मिलेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि बर्खास्तगी के दौरान उनके पुराने साथी फोन पर उनसे बातचीत करते रहे थे और उनका प्यार उसी दिन से बना हुआ है।
Conclusion
ईएचसी आशीष कुमार उर्फ Singham की पानीपत पुलिस में बहाली न केवल उनकी व्यक्तिगत जीत है, बल्कि यह न्याय प्रणाली में उनके अटूट विश्वास को भी दर्शाती है। ढाई साल के 'वनवास' के बाद, अब वह दोगुनी ऊर्जा के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने और पानीपत की सड़कों से अतिक्रमण हटाने के लिए तैयार हैं। उनकी वापसी से शहरवासियों में एक नई उम्मीद जगी है कि पानीपत की यातायात व्यवस्था सुधरेगी। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि विभाग Singham की ड्यूटी कहां लगाता है और वह अपनी पिछली कार्यप्रणाली की तरह ही इस बार भी अपनी ड्यूटी को बखूबी निभा पाते हैं या नहीं।
FAQs (5 Q&A):
1. Singham कौन हैं और उन्हें क्यों बहाल किया गया है? Singham ईएचसी आशीष कुमार का उपनाम है, जो पानीपत पुलिस में कार्यरत थे। उन्हें लगभग ढाई साल पहले नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था, लेकिन पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश के बाद डीजीपी ने उनकी पुनरीक्षण याचिका मंजूर कर ली और उन्हें बहाल कर दिया।
2. Singham को नौकरी से क्यों निकाला गया था? Singham को नौकरी से 3 साल पहले इसलिए बर्खास्त किया गया था क्योंकि उन्होंने एक भ्रष्टाचार कर रहे पुलिसकर्मी को रोकने की कोशिश की थी। इस दौरान उनके साथ मारपीट, गाली गलौज हुई और उन पर गलत मुकदमा दर्ज करके टर्मिनेशन कर दिया गया था।
3. ढाई साल के वनवास के दौरान Singham ने क्या किया? आशीष उर्फ Singham ने बताया कि ढाई साल की बर्खास्तगी की अवधि को उन्होंने 'वनवास' के रूप में देखा। इस समय के दौरान, उन्होंने अपना लगभग 90% समय पेड़-पौधे लगाने में व्यतीत किया।
4. Singham की ड्यूटी ज्वाइन करने की तिथि क्या है? ईएचसी आशीष उर्फ Singham को कल (12 अक्टूबर 2025 को) ड्यूटी ज्वाइन करने का मैसेज आया था, जिसके बाद उन्होंने आज, 13 अक्टूबर 2025 को पानीपत जिला सचिवालय स्थित एसपी ऑफिस में अपनी ड्यूटी ज्वाइन की है।
5. क्या Singham पानीपत से अतिक्रमण हटाने का काम करेंगे? हां, Singham ने स्पष्ट किया है कि अगर उन्हें जिम्मेदारी मिलती है तो वह पहले की तरह ही पानीपत को साफ-सुथरा कर देंगे और अतिक्रमण हटा देंगे। उन्होंने दावा किया कि वह एक सप्ताह के भीतर अच्छी व्यवस्था बना सकते हैं।