Delhi Red Fort Blast live: लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास कार धमाके में 8 की मौत, NIA जांच शुरू, दिल्ली हाई अलर्ट पर
Delhi Red Fort Blast: दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास भीषण कार धमाके में 8 लोगों की मौत और 24 घायल। NIA और NSG जांच में जुटी, राजधानी हाई अलर्ट पर।
By: दैनिक रियल्टी ब्यूरो | Date: 10 नवंबर, 2025
Delhi Red Fort Blast: लाल किला मेट्रो स्टेशन पर भीषण कार धमाका, 8 की मौत, 24 से ज्यादा घायल, NIA करेगी जांच
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सोमवार शाम एक भीषण धमाके से दहल गई। दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले (Red Fort) के पास, लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 पर एक कार में हुए शक्तिशाली विस्फोट में कम से कम 8 लोगों की मौत हो गई है। इस भयावह घटना में 24 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
यह धमाका शाम के सबसे व्यस्त समय (Peak Hour), लगभग 6:55 बजे हुआ, जब मेट्रो स्टेशन और आसपास के इलाके में भारी भीड़ थी। धमाका इतना जोरदार था कि इसने आसपास के कई अन्य वाहनों को भी अपनी चपेट में ले लिया, जिनमें तुरंत आग लग गई।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पूरी दिल्ली में हाई अलर्ट (High Alert) जारी कर दिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से बात कर स्थिति का जायजा लिया है। मामले की जांच का जिम्मा तत्काल राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) की टीमों को सौंप दिया गया है, जो मौके पर पहुंच गई हैं।
Delhi Blast: क्या है पूरा मामला? जानें कैसे हुआ लाल किले के पास धमाका
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह घटना सोमवार शाम लगभग 6:55 बजे घटी। दिल्ली पुलिस को कंट्रोल रूम में सूचना मिली कि लाल किला मेट्रो स्टेशन (Lal Qila Metro Station) के गेट नंबर 1 के पास पार्किंग एरिया में खड़ी एक कार में जोरदार धमाका हुआ है।
घटना का समय: शाम 6:55 बजे (पीक आवर)
घटनास्थल: लाल किला मेट्रो स्टेशन, गेट नंबर 1 के पास
धमाके का प्रकार: कार ब्लास्ट (Car Explosion)
प्रत्यक्षदर्शियों (Eyewitnesses) के मुताबिक, धमाका इतना शक्तिशाली था कि इसकी गूंज दूर तक सुनी गई। जिस कार में विस्फोट हुआ, उसके परखच्चे उड़ गए। विस्फोट के तुरंत बाद, पास में खड़ी तीन से चार अन्य टैक्सियों और निजी वाहनों में भीषण आग लग गई, जिससे अफरा-तफरी मच गई।
यह इलाका पुरानी दिल्ली का एक प्रमुख व्यावसायिक और पर्यटन केंद्र है। शाम के समय यहां दफ्तर से घर लौटने वालों, पर्यटकों और स्थानीय खरीदारों की भारी भीड़ होती है। धमाके के बाद लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। दिल्ली पुलिस, दमकल विभाग (Fire Brigade) और एम्बुलेंस की कई गाड़ियां तुरंत मौके पर पहुंचीं और बचाव कार्य शुरू किया।
Red Fort Explosion: घायलों की स्थिति और LNJP अस्पताल का अपडेट
इस भीषण कार ब्लास्ट में अब तक 8 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 24 से अधिक लोगों को घायल अवस्था में पास के लोक नायक जय प्रकाश (LNJP) अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
LNJP अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक ने जानकारी दी है कि घायलों में से कई लोगों की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। अधिकांश लोग विस्फोट के कारण उड़े छर्रों (Shrapnels) और आग की चपेट में आने से (Burn Injuries) घायल हुए हैं।
अस्पताल में आपातकालीन स्थिति (Emergency) घोषित कर दी गई है और सभी डॉक्टरों और सर्जनों को तुरंत ड्यूटी पर बुलाया गया है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल का दौरा कर घायलों को हर संभव बेहतर इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। पुलिस फिलहाल मृतकों और घायलों की शिनाख्त (Identification) करने का प्रयास कर रही है।
दिल्ली हाई अलर्ट: गृह मंत्री अमित शाह ने लिया जायजा, NIA और NSG जांच में जुटी
लाल किले के पास हुए इस धमाके को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अत्यंत गंभीरता से लिया है। घटना की सूचना मिलते ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से फोन पर बात की और स्थिति का विस्तृत जायजा लिया।
गृह मंत्रालय के आदेश पर इस मामले को तुरंत राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दिया गया है। NIA की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है।
इसके अतिरिक्त, विस्फोटक की प्रकृति (Nature of Explosive) का पता लगाने और पोस्ट-ब्लास्ट एनालिसिस (Post-Blast Analysis) के लिए नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) की विशेषज्ञ टीम को भी मौके पर भेजा गया है।
इस घटना के बाद पूरी राष्ट्रीय राजधानी में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
सभी प्रमुख मेट्रो स्टेशनों, रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
इंडिया गेट, संसद भवन और अन्य VVIP इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।
प्रमुख बाजारों (जैसे कनॉट प्लेस, सरोजिनी नगर) में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है।
लाल किला ब्लास्ट जांच: आतंकी एंगल (Terror Angle) से जांच शुरू
सुरक्षा एजेंसियां इस धमाके को एक सुनियोजित आतंकी हमला (Terrorist Attack) मानकर जांच कर रही हैं। NIA की टीम का तुरंत मौके पर पहुंचना इस बात का स्पष्ट संकेत है।
जांच से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, कई बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है:
CCTV फुटेज: पुलिस लाल किला मेट्रो स्टेशन के सभी एंट्री/एग्जिट प्वाइंट और आसपास की सड़कों पर लगे CCTV कैमरों की फुटेज खंगाल रही है, ताकि उस कार की पहचान की जा सके जिसमें विस्फोट हुआ। यह पता लगाया जा रहा है कि कार को वहां कब और किसने पार्क किया था।
विस्फोटक का प्रकार: NSG की टीम यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि धमाके में किस तरह के विस्फोटक (IED, RDX या कुछ और) का इस्तेमाल किया गया। क्या इसमें किसी टाइमर या रिमोट डिवाइस का इस्तेमाल हुआ?
खुफिया इनपुट: एजेंसियां यह भी जांच रही हैं कि क्या हाल के दिनों में दिल्ली में इस तरह के हमले को लेकर कोई विशिष्ट खुफिया इनपुट (Intelligence Input) मिला था।
दिल्ली में पहले हुए धमाके और लाल किले की सुरक्षा पर सवाल
लाल किला भारत की संप्रभुता का प्रतीक है और हमेशा से आतंकियों के निशाने पर रहा है। यह पहली बार नहीं है जब लाल किले के आसपास इस तरह की घटना हुई हो।
साल 2000 का हमला: दिसंबर 2000 में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने लाल किले पर हमला किया था, जिसमें सेना के दो जवानों सहित तीन लोग शहीद हुए थे।
दिल्ली सीरियल ब्लास्ट (2008): दिल्ली ने 2008 में सिलसिलेवार धमाकों का दंश झेला था, जिसमें करोल बाग, कनॉट प्लेस और ग्रेटर कैलाश जैसे इलाकों को निशाना बनाया गया था।
दिल्ली हाई कोर्ट ब्लास्ट (2011): 2011 में दिल्ली हाई कोर्ट के बाहर हुए सूटकेस बम धमाके ने भी सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए थे।
सोमवार शाम हुआ यह धमाका एक बार फिर दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था, विशेषकर लाल किले जैसे अति-संवेदनशील (High-Security) इलाके की सुरक्षा में हुई चूक को उजागर करता है।
📍 Conclusion (निष्कर्ष)
दिल्ली के लाल किले के पास हुआ यह कार धमाका, 26/11 मुंबई हमलों की बरसी (नवंबर माह) से ठीक पहले हुआ है, जिसने सुरक्षा एजेंसियों को गहरे मंथन के लिए मजबूर कर दिया है। शाम के व्यस्त समय में, मेट्रो स्टेशन के पास भीड़भाड़ वाले इलाके को निशाना बनाना, आतंकियों के भयावह मंसूबों को दर्शाता है। इस घटना ने न केवल 8 जिंदगियों को छीन लिया, बल्कि राजधानी की सुरक्षा पर एक गंभीर प्रश्नचिह्न भी लगा दिया है। अब सारी निगाहें NIA और NSG की जांच पर टिकी हैं, जिससे यह स्पष्ट होगा कि इस हमले के पीछे किस संगठन का हाथ है और सुरक्षा में सटीक चूक कहाँ हुई।
❓ FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
1. दिल्ली लाल किला ब्लास्ट (Delhi Red Fort Blast) कब और कहाँ हुआ?
यह ब्लास्ट 10 नवंबर, 2025 (सोमवार) की शाम लगभग 6:55 बजे दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के पास, लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 पर एक कार में हुआ।
2. लाल किला मेट्रो स्टेशन धमाके में कितने लोगों की मौत हुई?
ताजा जानकारी के मुताबिक, इस भीषण कार धमाके में अब तक 8 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और 24 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिन्हें LNJP अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
3. दिल्ली ब्लास्ट 2025 की जांच कौन सी एजेंसी कर रही है?
घटना की गंभीरता को देखते हुए, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जांच का जिम्मा राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंपा है। विस्फोटक का पता लगाने के लिए NSG की टीम भी मौके पर है।
4. क्या यह दिल्ली ब्लास्ट एक आतंकी हमला था?
प्रारंभिक जांच और NIA को केस सौंपे जाने से यह स्पष्ट है कि सुरक्षा एजेंसियां इसे एक सुनियोजित आतंकी हमला (Terrorist Attack) मानकर ही जांच को आगे बढ़ा रही हैं।
5. दिल्ली में हाई अलर्ट का क्या मतलब है?
हाई अलर्ट का मतलब है कि दिल्ली के सभी संवेदनशील स्थानों, जैसे मेट्रो, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, बाजारों और VVIP इलाकों में सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी गई है। वाहनों की जांच और पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है।